भरतपुर जिले में बयाना क्षेत्र से लेकर भुसावर क्षेत्र तक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के सख्त नियमों के बावजूद खनन विभाग एवं खनन माफियाओं के बीच की कथित मिली भगत की वजह से अवैध खनन और परिवहन की गतिविधियां बेखौफ जारी हैं। क्षेत्र में माफियाओं द्वारा सरकारी तंत्र को चुनौती देते हुए न केवल पहाड़ों को खोखला किया जा रहा है, बल्कि अवैध परिवहन के दौरान सरकारी टीमों पर जानलेवा हमले भी किए जा रहे हैं। अवैध खनन के लिए हो रही ब्लास्टिंग से अरावली की पहाड़ियां धराशायी हो रही हैं और गंभीर नदी जैसे जल स्रोतों के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है स्थानीय लोगो के अनुसार बयाना और भुसावर की पहाड़ियों में अवैध खनन का खेल दिन के उजाले एवं रात के अंधेरे में संचालित हो रहा है। खनन माफियाओं ने कार्रवाई से बचने के लिए रास्तों पर अपने 'मुखबिर' तैनात कर रखे हैं, जिससे प्रशासनिक टीम के पहुंचने से पहले ही वे मशीनों सहित फरार हो जाते हैं। गौरतलब है कि गत दिनों भी बयाना के बंध बारैठा वन्य अभ्यारण्य क्षेत्र में अवैध खनन रोकने गई वन विभाग और होमगार्ड की संयुक्त टीम पर माफियाओं ने पथराव कर दिया था। क्षेत्र में इसी तरह की घटनाएं अन्य नाकों पर भी सामने आई थी जिसमें बेखौफ माफिया, पुलिस की नाकाबंदी तक को तोड़कर फरार होने में सफल रहे थे। स्थानीय लोगों के अनुसार NCR क्षेत्र में होने के कारण खनन पर कड़े प्रतिबंध और प्रदूषण नियंत्रण के नियम लागू हैं लेकिन इनका पालन केवल कागजों तक सीमित नजर आ रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि बार-बार शिकायतों के बाद भी प्रशासन का 'मौन' माफियाओं के साथ मिलीभगत की ओर इशारा करता है। प्राप्त जानकारी अनुसार हाल ही में बयाना में एक्सपायर रवन्ने (परिवहन पास) के साथ सैंड स्टोन से भरे ट्रक जब्त किए गए थे तथा भुसावर में अवैध पत्थर ले जाते ट्रैक्टरों को वन विभाग ने पकड़ा था। भरतपुर में भी एक बड़े खनन घोटाले का पर्दाफाश हुआ, जिसमें करोड़ों रुपये का जुर्माना लगाया गया था। आकाश शर्मा रुदावल 151186544
