अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम को लेकर वकीलों ने की गर्जना
हाईकोर्ट के निकट अंबेडकर चौराहे पर सुरक्षा अधिनियम की मांग को लेकर प्रदर्शन करते अधिवक्ता
फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया यूपी प्रयागराज। अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम की मांग को लेकर मंगलवार को यहां हाईकोर्ट के निकट अम्बेडकर चौराहे पर आल इण्डिया रूरल बार एसोसिएसन के बैनरतले अधिवक्ताओं ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। भारी तादात में जुटे वकीलों ने प्रदेश सरकार से विधानमण्डल के इसी शीतकालीन सत्र में केन्द्र सरकार के लिए अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम का संकल्प प्रस्ताव पास कराए जाने की गुहार भी की। एसोसिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल तथा राष्ट्रीय महासचिव अनिल कुमार तिवारी महेश के संयुक्त नेतृत्व में मंगलवार को अपरान्ह प्रदेश में घूम रही अधिवक्ता सुरक्षा यात्रा वाराणसी से चलकर प्रयागराज पहुंची। अधिवक्ता सुरक्षा यात्रा में शामिल एसोसिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल तथा महासचिव अनिल कुमार तिवारी महेश ने हाईकोर्ट कैम्पस में लाइब्रेरी हॉल में भी साथियों से मिलकर इस अधिनियम को पारित कराए जाने में सहयोग मांगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने कहा कि प्रदेश भर में अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम को लेकर इस यात्रा के जरिए वकीलों की सुरक्षा और सम्मान के संघर्ष को लगातार मजबूती मिलती आ रही है। उन्होने प्रदेश सरकार से कहा कि आगामी उन्नीस दिसंबर से उत्तर प्रदेश विधानमण्डल के शीतकालीन सत्र में अधिनियम को लेकर व केन्द्र सरकार के नाम संस्तुति प्रस्ताव पारित कराये। महासचिव अनिल कुमार तिवारी ने कहा कि एडवोकेटस प्रोटेक्शन एक्ट की तरह अगर सरकार ने अधिनियम को लेकर भी हीलाहवाली बरती तो वकील संसद घेराव से पहले विधानसभा के सामने भी विरोध प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। एसोसिएसन की महिला अधिवक्ता प्रकोष्ठ की चेयरपर्सन एवं हाईकोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता अर्चना त्रिपाठी ने अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम के संघर्ष में महिला अधिवक्ताओं से भी सशक्त भूमिका का आहवान किया। यात्रा के प्रयागराज प्रभारी एवं प्रदेश महासचिव अधिवक्ता लवलेश शुक्ला ने कार्यक्रम का संयोजन किया। जागरूकता संवाद का संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष अम्बुज कुमार शुक्ल एडवोकेट ने किया। इस मौके पर अनुग्रह प्रताप सिंह, सतीश पाण्डेय, रवि कुमार शुक्ला, कुलदीप त्रिपाठी, सौरभ शुक्ला, विजय प्रकाश, दिनेश सिंह, अरूणिमा, अरविंद त्रिपाठी, आनन्द त्रिपाठी, आयुष त्रिपाठी आदि अधिवक्ता रहे। रिपोर्ट विशाल रावत 151019049
