फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया यूपी एटा। जनपद के थाना मारहरा क्षेत्र से एक मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक युवक अपनी मेहनत की कमाई और छीनी गई बाइक वापस पाने के लिए अधिकारियों की चौखट पर न्याय की गुहार लगा रहा है। पीड़ित का आरोप है कि उसकी पत्नी की दोनों किडनियां खराब हैं और बेटी पैरों से दिव्यांग है, लेकिन मदद के बजाय उसे जान से मारने की धमकी मिल रही है।
मारहरा के मोहल्ला ब्राह्मणपुरी निवासी संजय कुमार पुत्र राजकुमार ने बताया कि वह पूर्व में मयूर गुप्ता की टीवीएस एजेंसी पर सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत था। एजेंसी बंद होने के बाद, मयूर गुप्ता ने उसे अपनी आईटीआई (MCRK) में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर भेज दिया।
संजय का आरोप है कि जब उसने अपनी मेहनत के 1,48,000 रुपये (बकाया वेतन) मांगे, तो संचालक ने नुकसान का बहाना बनाकर पैसे देने से साफ इनकार कर दिया। हद तो तब हो गई जब पैसे मांगने पर पीड़ित को आईटीआई बुलाया गया और वहां उसकी TVS स्टार सिटी बाइक (UP 82 Z 0851) भी जबरन छीन ली गई।
इलाज के लिए दाने-दाने को मोहताज परिवार
पीड़ित संजय की
इनबॉक्स
पारिवारिक स्थिति बेहद हृदयविदारक है...
पत्नी (डॉली): दोनों किडनियां खराब हैं, अलीगढ़ के शेखर सर्राफ अस्पताल में इलाज जारी है।
बेटी: दोनों पैरों से पैरालाइज्ड (दिव्यांग) है, जिसका इलाज उदयपुर (राजस्थान) से चल रहा है।
"थाने से मुझे मायूस लौटना पड़ा, लेकिन अपर पुलिस अधीक्षक महोदय ने मेरी समस्या को गंभीरता से लिया है और मामले में आवश्यक कार्यवाही के आदेश दिए हैं।" — संजय कुमार (पीड़ित)
संजय ने बताया कि घर में आय का कोई अन्य साधन नहीं है। इलाज के खर्च और तंगहाली के बीच जब उसने दोबारा गुहार लगाई, तो मयूर गुप्ता ने उसे जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल, अब ASP से उम्मीद :
पीड़ित का कहना है कि उसने सबसे पहले थाना मारहरा में शिकायत की थी, लेकिन वहां उसकी सुनवाई नहीं हुई और न ही मुकदमा दर्ज किया गया। स्थानीय पुलिस से निराश होकर पीड़ित ने अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) एटा के समक्ष पेश होकर अपनी व्यथा सुनाई।अब देखना यह है कि क्या पुलिस प्रशासन इस गरीब लाचार पिता और पति को उसका हक दिला पाता है या दबंगों के हौसले यूं ही बुलंद रहेंगे। रिपोर्ट मोहित गुप्ता 151022222
