बिहार के बक्सर जिले के युवक गोलू यादव इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं. वजह सिर्फ इतना नहीं है कि उनकी शादी की तस्वीरें वायरल हैं, बल्कि वह इंसानियत की एक मिसाल भी पेश कर चुके हैं. जानकारी के अनुसार, गोलू यादव एक दिन ट्रेन से यात्रा कर रहे थे. उसी दौरान उन्होंने देखा कि एक युवती यात्रियों से भीख मांग रही है. लड़की अनाथ थी और अकेले सफर कर रही थी. कई लोग उसे अजीब और गलत नजरों से देख रहे थे, जिससे पूरी स्थिति असहज लग रही थी.गोलू ने जब यह दृश्य देखा तो उन्हें काफी दुख हुआ. लड़की की हालत देखकर उन्हें लगा कि यदि उसे वहीं छोड़ दिया गया, तो कोई अनहोनी हो सकती है. उन्होंने आगे बढ़कर लड़की को खुद से सुरक्षित किया और उसे अपने साथ घर ले गए, ताकि वह किसी भी तरह की परेशानी से बच सके. यह कदम उन्होंने पूरी जिम्मेदारी के साथ उठाया और इस बात का भी ध्यान रखा कि लड़की को किसी तरह की शर्मिंदगी या खतरा महसूस न हो.
घर पहुंचने पर गोलू ने लड़की की पूरी स्थिति अपने माता-पिता को बताई. परिवार ने भी गंभीरता से बात सुनी और लड़की को सहारा देने का फैसला किया. जैसे-जैसे परिवार ने लड़की को जाना, उन्हें उसकी मजबूरी और अकेलेपन का अंदाजा हुआ. धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी और फिर गोलू ने परिवार की रजामंदी के साथ उसी लड़की से शादी करने का निर्णय ले लिया. उनका मानना था कि लड़की को केवल मदद ही नहीं, बल्कि सम्मानजनक जीवन का हक भी मिलना चाहिए.शादी की तस्वीरें इंटरनेट पर आते ही लोग गोलू यादव को हीरो बताने लगे. कई लोग उनकी इंसानियत, संवेदनशीलता और साहस की सराहना कर रहे हैं. इस कहानी ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि समाज में कमजोर और असहाय लोगों के लिए सुरक्षा और सम्मान की जरूरत कितनी बड़ी है.
