वाराणसी । दिल्ली पब्लिक स्कूल काशी के प्रांगण में बहुप्रतीक्षित वार्षिक समारोह "अभीज्ञान 2.0" अत्यंत उत्साह, भव्यता और शानदार प्रस्तुतियों के साथ सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम विद्यालय की शैक्षणिक उत्कृष्टता, सांस्कृतिक रचनात्मकता और विद्यार्थियों के बहुआयामी विकास को एक मंच पर प्रस्तुत करने वाला प्रभावशाली आयोजन साबित हुआ। संध्या में बड़ी संख्या में अभिभावकों, शिक्षकों, पूर्व छात्रों और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति रही, जिनके साथ पूरा प्रांगण उत्साह से भर उठा।
समारोह का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। ज्ञान और प्रबोधन के इस प्रतीकात्मक आरंभ ने पूरे वातावरण को पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा से भर दिया। इसके पश्चात कक्षा 2 से 4 के नन्हें विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत मनमोहक श्लोक वाचन ने सभी को आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराया। विद्यालय के प्रतिष्ठित अतिथियों का औपचारिक स्वागत एवं सम्मान किया गया, जिसके बाद विद्यालय की कोयर टीम द्वारा प्रस्तुत मधुर स्वागत गीत "Prelude of Grace" ने समारोह को एक सुंदर, प्रेरक और सौहार्दपूर्ण स्वर प्रदान किया। इसके उपरांत विद्यालय के प्राचार्य श्री मृणाल चौधुरी ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें विद्यालय द्वारा वर्षभर में प्राप्त शैक्षणिक उपलब्धियों, नवाचारों, खेल व सांस्कृतिक सफलताओं तथा नई शैक्षिक पहलों का विस्तृत विवरण शामिल था। उन्होंने विद्यालय की सीखने की निरंतर परंपरा और समग्र विकास के दृष्टिकोण पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम के प्रथम चरण में PG से कक्षा V तक के नन्हें कलाकारों ने आकर्षक प्रस्तुति "Wisdom Tales from Panchatantra" द्वारा मंच पर जीवंतता बिखेरी। विद्यार्थियों ने पशु पात्रों की रोचक भूमिकाओं के माध्यम से नैतिक मूल्यों, बुद्धिमत्ता और जीवन के सार को सरल व मनोरंजक शैली में प्रस्तुत किया। इस प्रस्तुति ने दर्शकों को आनंदित करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण जीवन संदेश भी दिए।समारोह के दौरान कक्षा 10 और 12 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को मंच पर सम्मानित किया गया। ह्यूमैनिटीज, साइंस और कॉमर्स स्ट्रीम के टॉपर्स सहित कक्षा 10 के सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र एवं सम्मान प्रदान किए गए, जिसने उपस्थित विद्यार्थियों में प्रेरणा और उत्साह का संचार किया।
कार्यक्रम के द्वितीय खंड में विद्यार्थियों ने "द वॉइस ऑफ़ नेचर" शीर्षक से एक सुंदर एवं प्रभावशाली नृत्य-नाटिका प्रस्तुत की, जिसमें प्रकृति की सुंदरता, मानव द्वारा किए जाने वाले हस्तक्षेप से उत्पन्न समस्याएँ और पर्यावरण संरक्षण का संदेश संवेदनशील रूप से दर्शाया गया। वरिष्ठ वर्ग के विद्यार्थियों ने "नवरस: भावनाओं की तरंगें" विषय पर आधारित आकर्षक नृत्य-नाटिका प्रस्तुत की, जिसमें मानव जीवन की नौ भावनाओं-श्रृंगार, हास्य, करुण, रौद्र, वीर, भयानक, बीभत्स, अद्भुत और शांत-को नृत्य, अभिनय और अभिव्यक्ति के माध्यम से जीवंत रूप में प्रदर्शित किया गया। भावों की लय, मनोहर मंच सज्जा, उपयुक्त प्रकाश व्यवस्था और प्रभावशाली संगीत ने दोनों प्रस्तुतियों को अत्यंत प्रभावी बना दिया, जिसे दर्शकों ने भरपूर सराहा। अतिथियों ने अपने प्रेरणादायी संबोधनों में विद्यार्थियों की प्रस्तुति, अनुशासन, उत्साह और विद्यालय की शिक्षण पद्धति की प्रशंसा की। उन्होंने भविष्य में और अधिक ऊँचाइयों को प्राप्त करने हेतु विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। समारोह के अंत में जिग्येशा द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद ज्ञापन में सभी अतिथियों, शिक्षकों, अभिभावकों, विद्यार्थियों और सहयोगी कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास ही अभीज्ञान 2.0 की शानदार सफलता का आधार रहे। कार्यक्रम का समापन एंकरों के उत्साहपूर्ण शब्दों और DPS काशी की सांस्कृतिक समृद्धि, एकता तथा भविष्य की प्रगति के संदेश के साथ हुआ। यह आयोजन विद्यालय की रचनात्मकता और उत्कृष्टता की दिशा में एक और सशक्त कदम साबित हुआ। दिल्ली पब्लिक स्कूल काशी उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जहाँ शैक्षणिक प्रगति के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास, नैतिक मूल्यों, नवाचार और आधुनिक शिक्षण पद्धतियों पर विशेष बल दिया जाता है। विद्यालय विद्यार्थियों में रचनात्मकता, नेतृत्व क्षमता और जिम्मेदार नागरिकता का विकास करने हेतु प्रेरणादायी वातावरण प्रदान करता है ।।


