फास्ट न्यूज इंडिया यूपी अयोध्या। श्रीमद् भागवत कथा व्यास पंडित राधेश महाराज ने आज के भगवद् चिंतन में जीवन की गहराइयों और उसके विविध अनुभवों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मानव जीवन अनेक रंगों से सुसज्जित एक अद्भुत कलाकृति के समान है। उन्होंने बताया कि जीवन में शांति का सफेद रंग, खुशहाली का हरा रंग, सौंदर्य का पीला रंग, प्रेम का लाल रंग और दुख का काला रंग—सभी अपनी-अपनी भूमिका निभाते हैं और इन सबके समन्वय से ही जीवन सुंदर बनता है। पं. राधेश महाराज ने कहा कि संसार में व्यक्ति ही भिन्न नहीं होते, बल्कि उनके व्यवहार भी भिन्न-भिन्न होते हैं। इसलिए जीवन में एक ही व्यक्ति से सभी अपेक्षाएँ करना या सभी लोगों से एक जैसी उम्मीदें रखना अनुचित है। किसी से सीख मिलती है, कोई परखता है, कोई शोषण करता है, कोई पोषण करता है, कोई भय दिखाता है, कोई मार्गदर्शन देता है और कोई ऐसा भी मिलता है जो जीवन को नई दिशा देता है और व्यक्ति को उसके श्रेष्ठ स्वरूप तक पहुँचाने में सहायक बनता है। उन्होंने कहा कि जीवन में मिलने वाला प्रत्येक व्यक्ति कुछ न कुछ अवश्य सिखाता है और यही विविधता जीवन को रंगीन और सार्थक बनाती है। कथा स्थल पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने भगवद् चिंतन को श्रद्धापूर्वक सुना और साधक जीवन में इसके संदेश को अपनाने का संकल्प लिया। रिपोर्ट विशाल रावत 151019049
