संयुक्त सचिव ने निरीक्षण के दौरान किसानों से की वार्ता एवं डीडी फ्रुड प्रोडक्टस में बन रहे आंवले के विभिन्न उत्पादों की बारीकी से ली जानकारी
फास्ट न्यूज इंडिया यूपी प्रतापगढ़। जल शक्ति मंत्रालय, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग के संयुक्त सचिव/नोडल अधिकारी प्रदीप कुमार अग्रवाल (आई0ए0एस0) की अध्यक्षता में आज विकास भवन सभागार प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (पीएमडीडीकेवाई) की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे। संयुक्त सचिव ने प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना का डिस्ट्रिक्ट एक्शन प्लान तैयार किये जाने के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा करते हुये आवश्यक मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया। उन्होने सभी सम्बन्धित अधिकारियांं को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने विभागों से सम्बन्धित किसानों की बेसिक समस्याओं को दूर करना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना के माध्यम से ग्रामीण विकास में पर्याप्त कन्वर्जन सम्भव है। संयुक्त सचिव ने अधिकारियों से कहा कि प्राकृतिक एवं जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाए तथा कृषकों को भूमि की गुणवत्ता के अनुसार फसल चयन के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों को तकनीकी जानकारी देकर उन्हें गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के लिए जागरूक किया जाए ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि कृषि विज्ञान केंद्र नवीन तकनीकी अपनाकर किसानों को प्रशिक्षित करें और सभी योजनाओं का प्रचार-प्रसार प्रभावी ढंग से किया जाए। साथ ही किसानों से फीडबैक लेकर योजनाओं में सुधार किया जाए ताकि कृषि उत्पादकता और किसानों की आमदनी दोनों में वृद्धि हो। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जनपद में कृषि क्षेत्र में किए गए नवाचारों की जानकारी दी और प्रस्तुतीकरण के माध्यम से योजनाओं की प्रगति साझा की। संयुक्त सचिव ने जिलाधिकारी व उनकी टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए इसे सराहनीय बताया। बैठक में प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी जगदम्बिका प्रसाद, जिला विकास अधिकारी के0एन0 पाण्डेय, उप कृषि निदेशक विनोद कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी अशोक कुमार, एआर कोआपरेटिव देवेन्द्र बर्मन, भूमि संरक्षण अधिकारी चमन सिंह, जिला उद्यान अधिकारी सुनील कुमार शर्मा सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। संयुक्त सचिव ने बैठक के उपरान्त सण्ड़वा चन्द्रिका ब्लाक अन्तर्गत अधारपुर ग्राम में आंवला बाग, आलू और चने की खेती का स्थलीय निरीक्षण किया तथा किसानों सीधे वार्ता कर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली तथा सम्बन्धित अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण हेतु आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये गये। संयुक्त सचिव ने प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के अन्तर्गत लाभान्वित लोहंगपुर में मेसर्स डीडी फ्रुड प्रोडक्टस (आंवला प्रोडक्ट) का निरीक्षण किया। उन्होने आंवला उत्पादों के बारे में प्रोपराइटर पवन अग्रवाल, जनपदीय रिसोर्स पर्सन एहतेशाम अहमद तथा जिला उद्यान अधिकारी सुनील कुमार शर्मा से किसानों को मिल रही आवंला उत्पाद से सम्बन्धित सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होने गौरा में एफपीओ ग्रो फार्मर प्रोड्यूसर संगठन के द्वारा मत्स्य पालन तालाब का निरीक्षण किया और लाभार्थी से वार्ता कि तो उनके द्वारा अवगत कराया गया कि साल में 4 से 5 लाख रूपये की आमदनी हो जाती है। इसके अतिरिक्त एफपीओ द्वारा संचालित किये जा रहे मुर्गी फार्म का निरीक्षण किया, मुर्गी फार्म में 5500 बर्ड पाये गये, बताया गया कि 45 दिन में विक्री के लिये बर्ड तैयार हो जाते है जिससे एक वर्ष में लगभग 4 से 6 लाख रूपये की आमदनी हो जाती है। संयुक्त सचिव ने मशीन द्वारा किये गये जा रहे गेहूॅ की बुवाई की भी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उप कृषि निदेशक विनोद कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी अशोक कुमार, जिला उद्यान अधिकारी सुनील कुमार शर्मा, भूमि संरक्षण अधिकारी चमन सिंह सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे। रिपोर्ट विशाल रावत 151019049
