ओवरलोड रेत पर दोहरी नीति! कंपू यातायात थाना प्रभारी पर उठे सवाल कार्रवाई की जगह रकम लेकर छोड़े वाहन!
ग्वालियर में पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़ा प्रश्नचिह्न जब बाकी थाने माइनिंग विभाग को सूचना देकर कार्रवाई कर रहे, तो कंपू यातायात थाना प्रभारी धनंजय शर्मा ने क्यों नहीं भेजा पत्र? वरिष्ठ अधिकारी भी चुप क्यों?
ग्वालियर जिले में जहां भी पुलिस ओवरलोड रेत से भरे डंपर पकड़ती है, वहां माइनिंग विभाग की कार्रवाई की जाती है। तय प्रक्रिया के अनुसार पुलिस थाने से पत्र भेजकर खनिज विभाग को सूचना दी जाती है, ताकि खनिज अधिनियम के तहत जुर्माना और कार्रवाई हो सके। लेकिन कंपू यातायात थाना प्रभारी धनंजय शर्मा ने इस प्रक्रिया को दरकिनार कर दिया जानकारी के अनुसार, धनंजय शर्मा ने पहले एक ओवरलोड रेत से भरे ट्रैक्टर को पकड़ा था, उसके बाद एक ओवरलोड डंपर को भी रोका गया। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि दोनों मामलों में माइनिंग विभाग को कोई सूचना नहीं भेजी गई। इसके बजाय थाना प्रभारी ने मोटर व्हीकल एक्ट की चालानी कार्रवाई का हवाला देते हुए मोटी रकम लेकर दोनों वाहन छोड़ दिए अब सवाल यह उठता है कि क्या कंपू यातायात थाना किसी अलग कानून से चलता है? क्या यातायात थाना प्रभारी किसी विशेष किताब से कार्रवाई का पाठ पढ़ रहे हैं? जबकि जिले के अन्य थाना प्रभारी तो नियम के अनुसार खनिज विभाग को सूचना भेजते हैं।इस पूरे मामले में वरिष्ठ अधिकारियों की चुप्पी भी कई सवाल खड़े कर रही है। आखिर क्यों नहीं ली जा रही यातायात थाना प्रभारी से जवाबदेही? क्या यह संरक्षण की बू नहीं देती?जब एक ही जिले में एक जैसी कार्रवाई के लिए दो अलग नियम अपनाए जा रहे हैं, तो पुलिस की साख पर सवाल कौन उठाएगा?
