" सुरसरि ने पहना दीपों का चंद्रहार , गंगा किनारे उतरे सितारे "
वाराणसी । कार्तिक मास की पूर्णिमा पर काशी की अद्भुत, अलौकिक और दिव्य देव दीपावली ने प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर गंगोत्री सेवा समिति के तत्वावधान में अपनी स्वर्णिम आभा बिखेरी । शाम ढलते ही गोधूलि बेला में दीपों की दपदप, विद्युत झालरों की जगमग, सुरों की खनक, गीत संगीत की धमक तो गगनचुंबी आतिशबाजी की चमक, फूलों की सुवास तो कहीं चटकीले रंगों का वास प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर यह सभी आकर्षण का केंद्र रहे । पहलगाम हमले में शहीद भारतीयों को श्रद्धांजलि और ऑपरेशन सिंदूर के शूरवीरों को समर्पित मां गंगा की अलौकिक आरती देश-विदेश से आए पर्यटकों के दिलों को छू गई। देवताओं के स्वागत में ब्राम्हणों के श्लोक के साथ " हर हर महादेव‘- हर-हर गंगे " के महाजाप से माता शीतला का प्रांगण गूंज उठा। 35 वर्षो से चल रही परम्परा के अनुसार प्राचीन दशाश्वमेध घाट पर नियमित आरती करने वाली संस्था गंगोत्री सेवा समिति के तत्वावधान में गंगा महारानी का पूजन-स्तवन संग दुग्धाभिषेक हुआ । तट पर सिंहासनारूढ़ गंगा महारानी की श्रृंगारिक प्रतिमा और उनकी अलौकिक आरती की निराली छवि निहारने को श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा था । धार्मिंक अनुष्ठान का श्रीगणेश मंगलाचरण से हुआ। इसके पश्चात समिति के संस्थापक अध्यक्ष पo किशोरी रमण दूबे (बाबू महाराज) व सचिव पंo दिनेश शंकर दुबे के संयोजन में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सुमेरूपीठ शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सस्वती, उत्तर प्रदेश सरकार के जनप्रतिनिधियों एवं सेंट्रल बैंक आफ इंडिया ,पंजाब नेशनल बैंक, यूको बैंक, सिडबी जैसे सम्मानित बैंकों के अधिकारियों ने मां गंगा का शास्त्रोक्त विधि से पूजन के क्रम में 151 लीटर दूध से अभिषेक करके गंगा निर्मलीकरण के संकल्प को दोहराया । समूचे घाट की आकर्षक सजावट के साथ ही माँ गंगा की 108 किलो की अष्टधातु की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया जिसमें विदेशी फूल संग देशी फूलो का भी समावेश रहा । इसी क्रम में 21 बेटियों के नेतृत्व में मां गंगा की महाआरती के साक्षी हजारों श्रद्धालुओं ने बेटियों के जन्म में सहायक और उनके सम्मान का संकल्प भी दुहराया । इस वर्ष के आयोजन में 21 बटुकों संग 21 रिद्धि सिद्धि द्वारा गंगा महाआरती की गयी। देव दीपावली उत्सव को यादगार बनाने के लिए हुए सांस्कृतिक आयोजन में ख्यातिलब्ध गायक और अभिनेता दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी , अमलेश शुक्ला, कन्हैया दुबे , प्रभुनाथ सिंह (दाढ़ी) संग तमाम गायकों ने गायकी के माध्यम से अपनी पुष्पांजलि अर्पित किया । दूसरी तरफ गंगोत्री सेवा समिति द्वारा केदार घाट पर भी आकर्षक सजावट संग पांच आरती सम्पन कराई गयी। आयोजन के अंत में भारतीय सेना , राज्य पुलिस और पीएसी के शहीद हुए जवानों की याद में अश्विन पूर्णिमा से जल रही आकाशदीप का समापन करते हुए उनके नाम से दीपदान किया गया । देव दीपावली महोत्सव का संचालन नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने किया । इस महाआयोजन में प्रमुख रूप से समिति के संरक्षक पं० कन्हैया त्रिपाठी, गंगेश्वरधर दुबे, शांतिलाल जैन, संकठा प्रसाद, संजय यादव, रामबोध सिंह, मयंक दुबे आदि लोग समिति के तरफ से माता गंगा की महाआरती में भागीदारी किया ।। रविन्द्र गुप्ता
