अधिकारियों की अनदेखी से बिगड़ा सड़कों का हाल
आंतेरी जौरासी से छीमक तक 19 किलोमीटर सड़क की हालत खस्ता हाल है। सूरते हाल यह है के सड़क अब सड़क नहीं बल्कि गड्ढों का जाल बन चुकी है। हर रास्ता मुख्य मार पर गुजरा नागरिकों की परेशानी का नया नक्शा बन गया है। बारिश के बाद तो हालात और भी बदतर हो गए हैं। जहां थोड़ी बहुत पेज रिपेयरिंग की गई थी वह भी 2 दिन की बारिश में बहकर खत्म हो गई। अब हालात यह है कि जिन सड़कों को ठीक करने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की थी, वह पहले से ज्यादा बदहाल हो गई है। गड्ढों में गाड़ियां फँस रही हैं, रिक्शा पलट रहे हैं, बाइक सवार गिर रहे हैं, लेकिन लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के कानों में जू तक नहीं रेंग रही है।
पेच रिपेयरिंग के नाम पर खानापूर्ति
जहां बहुत बड़े गड्ढे हो गए थे वहां मरम्मत का काम शुरू किया, लेकिन काम ऐसा किया के सड़कों से गुजरने वाले वाहन चालकों को और ज्यादा परेशानी होने लगी। ऐराया से कछऊआ के बीच 5 किलोमीटर सड़क पर गड्ढों में सफेद गिट्टी व डस्ट डालकर खानापूर्ति कर दी।
पानी की निकासी न होने से कीचड़
अत्रि से जोरासी मार्ग के बीच पड़ने वाले रेलवे क्रॉसिंग पर आबादी बनी हुई है। आवासीय क्षेत्र से रोजाना हजारों लीटर गंदा पानी निकलता है, लेकिन नाली ना होने के कारण यह सड़क पर बहता रहता है, जिससे कीचड़ जमा हो गई है।
क्या कहते हैं राहगीर
जौरासी से छीमक तक 19 किलोमीटर मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे हो चुके हैं, वहीं सड़क के दोनों ओर शोल्डर मिट्टी और गिट्टी बह गई है। अब तो सड़क पर वाहन चलाने से डर लगता है। — सुनील खड्डर, सरपंच ऐराया
क्या कहते हैं अधिकारी
बरसात खत्म हो गई है, जल्द ही सड़क पर पैच वर्क और डामरीकरण व शोल्डर पर गिट्टी मिट्टी डालने का काम शुरू किया जाएगा। — डी. एस. भदोरिया, कार्यपालन यंत्री
रिपोर्ट - जितेन्द्र पाठक 151188089
