वाराणसी। आयकर विभाग, वाराणसी की ओर से “करदाताओं का हब” कार्यक्रम महमूरगंज स्टेज शुभम लाइन के सभागार में आयोजित किया गया। दो दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त, उत्तर प्रदेश (पूर्व), लखनऊ ने दीप प्रज्वलन करके किया। आयकर विभाग वाराणसी की ओर से आयोजित इस “करदाताओं का हब” कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नागरिकों व्यवसायियों व विद्यार्थियों से अधिक खुले व संवादात्मक तरीके से जुड़ने और विभाग के करदाता-
अनुकूल दृष्टिकोण को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। साथ ही करदाताओं को जागरूक करना एवं नई पीढ़ी को यह समझाना है कि राष्ट्र निर्माण मे कर की क्या भूमिका होती है। दो दिवसीय करदाताओं का हब कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में नए आयकर अधिनियम 2025 के ब्रोसर का विमोचन मुख्य अतिथि के कर कमलों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में Dedicated Kiosk, विशेषज्ञ के साथ सूचनात्मक सत्र का आयोजन किया गया , जिसमें बहुत सारे करदाताओं, निर्धारती, आम लोगों ने अपने-अपने सवाल पूछे. सब में उपस्थित अधिकारियों ने लोगों की जिज्ञासाओं का निवारण किया और उनको उनकी समस्याओं के संबंध में उचित मार्गदर्शन प्रदान किया। ए.के. झा, मुख्य आयकर आयुक्त (सेवा निवृत्त) ने विस्तारपूर्वक उपस्थित सीए एवं बार के सदस्यों, निर्धार्तियों को नए आयकर अधिनियम 2025 की विशेषताओं को बताया और प्रश्नों का जवाब भी दिया। मीडिया मैनेजमेंट में हिमांशु कुमार इनकम टैक्स ऑफिसर व सीए किशन तुलस्यान ने मुख्य भूमिका निभाई। इस अवसर पर राकेश कुमार श्रीवास्तव, इनकम टैक्स अफसर, हिमांशु कुमार इनकम टैक्स ऑफिसर, समीर श्रीवास्तव, इनकम टैक्स ऑफिसर, प्रशांत कुमार श्रीवास्तव, इनकम टैक्स इंस्पेक्टर. वाराणसी. व सीए किशन तुलस्यान जी चार्टर्ड अकाउंटेंट सहित आयकर विभाग वाराणसी के अधिकारी गण उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र के बाद उपस्थित मीडिया कर्मियों से बातचीत में प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त, उत्तर प्रदेश (पूर्व), लखनऊ ने नए आयकर अधिनियम 2025 की प्रमुख विशेषताओं पर भी चर्चा व करदाताओं पर इसके प्रभाव की जानकारी दी।
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वाराणसी में आयकर विभाग का “करदाताओं का हब” कार्यक्रम — नए आयकर अधिनियम 2025 का हुआ विमोचन
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करदाताओं से सीधा संवाद — वाराणसी में दो दिवसीय ‘टैक्सपेयर्स हब’ कार्यक्रम संपन्न
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प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त ने किया “करदाताओं का हब” कार्यक्रम का शुभारंभ
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नए आयकर अधिनियम 2025 पर विशेषज्ञों ने दी जानकारी, करदाताओं की शंकाओं का समाधान
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आयकर विभाग बना जनसंवाद का माध्यम — युवाओं को बताया राष्ट्र निर्माण में कर की भूमिका
