वाराणसी जिले में हस्तकला कारीगरों, उद्यमियों और तकनीकी छात्रों के लिए टूल रूम का निर्माण जल्द शुरू होगा। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने नई दिल्ली में लघु उद्योग भारती के पदाधिकारियों के साथ बैठक में इसका आश्वासन दिया है। बैठक में लघु उद्योग भारती के प्रदेश सचिव राजेश कुमार सिंह ने वाराणसी सहित पूर्वांचल क्षेत्र के औद्योगिक विकास से जुड़े कई मुद्दों को मंत्री के समक्ष विस्तार से रखा। राजेश कुमार सिंह ने वाराणसी में वर्ष 2016 से लंबित टूल रूम निर्माण परियोजना की देरी पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह परियोजना वाराणसी और आसपास के जनपदों के सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे स्थानीय कारीगरों, उद्यमियों और तकनीकी छात्रों को आधुनिक प्रशिक्षण एवं रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने मंत्री से अनुरोध किया कि टूल रूम में कार्पेट और बनारसी साड़ी निर्माण से संबंधित विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रारंभ किए जाएं। इस पहल से वाराणसी के पारंपरिक हस्तशिल्प और वस्त्र उद्योग को नई दिशा मिलेगी तथा स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार और रोजगार दोनों के नए अवसर प्राप्त होंगे। बैठक में मंत्री शोभा करंदलाजे ने सभी बिंदुओं को गंभीरता से सुना और वाराणसी में टूल रूम निर्माण कार्य में हो रही देरी पर जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का उद्देश्य एमएसएमई क्षेत्र को मजबूत करना और स्थानीय स्तर पर औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन देना है। टूल रूम का निर्माण कार्य शीघ्र ही बिना किसी रुकावट के पूरा किया जाएगा, ताकि इसका लाभ वाराणसी के कारीगरों और उद्यमियों को समय पर मिल सके। साथ ही यह भी बताया कि ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य भी जल्द प्रारंभ होगा, जिससे क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।
