पुणे के आदित्य कुलकर्णी को आईडीडी इंटीग्रेटेड डुअल डिग्री में सबसे ज्यादा स्कोर करने पर उन्हें डायरेक्टर मेडल दिया जाएगा। आदित्य एज्योर ब्लॉब स्टोरेज टीम के साथ डिजाइन पर काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि बनारस ने उन्हें एक बच्चे से एक अनुभवी व्यक्ति बना दिया। पिता गजानन कुलकर्णी पुणे में टाटा में डिवीजनल मैनेजर हैं और मां अंजलि कुलकर्णी एक गृहिणी। आदित्य का इंजीनियरिंग से पहले बचपन से ही विज्ञान और गणित से बहुत लगाव था। तर्क करना और नया कुछ करने की जिज्ञासा ने पथ प्रदर्शन किया।
आदित्य ने कहा कि जीवन को बेहतर बनाने में कंप्यूटर साइंस और मैथ का भी योगदान है। दोनों विषयों को इतना बेहतर मिक्स किया गया था कि एनालिसिस करने की क्षमता बढ़ी। इस स्किल को सीखने के बाद इंटर्नशिप श्रोडिंगर और बाद में माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च कंपनी में दो मौके मिले। प्रोफेसर और थीसिस सलाहकार प्रो. संजय कुमार पांडेय ने शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास पर अपना मार्गदर्शन दिया।
आदित्य ने बताया कि मैथमेटिकल एंड कंप्यूटिंग ब्रांच में रिसर्च और इंजीनियरिंग की ढेरों गुंजाइश हैं। कोर्स के मल्टी डिसीप्लीनेरी नेचर ने सॉफ्टवेयर विकास, नियमित रिसर्च और डेटा साइंस के बारे में कई जानकारियां मिलीं। इससे संभावनाओं के कई द्वार खुले। प्रॉब्लम सॉल्विंग मेंटालिटी भी मजबूत हुई।