आरबीएसके तथा अनुष्का फाउंडेशन के सहयोग से नि: शुल्क इलाज की व्यवस्था
फास्ट न्यूज इंडिया यूपी प्रतापगढ़। टेढ़े पंजे (क्लबफुट) से पीड़ित बच्चों का हर शनिवार जिला अस्पताल में इलाज होता है। यह सुविधा अनुष्का फाउंडेशन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के सहयोग से मिलती है। इस इलाज में डॉ. अतुल सरोज (ऑर्थो सर्जन) विशेष भूमिका निभाते हैं। क्लबफुट से बच्चों को मुक्त कराने के लिए इसके इलाज की प्रक्रिया समझ लेना जरूरी है। डॉक्टर अतुल सरोज (आर्थो सर्जन) ने बताया इसका इलाज तीन चरणों में होता है। पहला चरण कास्टिंग (प्लास्टर) का होता है, जिसमें पांच से छह प्लास्टर लगाकर पैर सीधा किया जाता है। हर सप्ताह नया प्लास्टर चढ़ाया जाता है। दूसरे चरण में टेनोटॉमी होती है, जिसमें एड़ी के पीछे छोटा सा चीरा लगाकर पैर को लचीला बनाया जाता है। तीसरे चरण में ब्रसेज़ की प्रक्रिया होती है। इस चरण में टेनोटॉमी के बाद बच्चों को विशेष जूते पहनाए जाते हैं। अनुष्का फाउंडेशन की जिला समन्वयक अंकिता श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चे को यह जूते शुरुआती तीन महीने तक 23 घंटे प्रतिदिन पहनाए जाते हैं। केवल सोते समय एक से दो घंटे निकाले जाते हैं। यह पूरी प्रक्रिया लगभग पांच साल तक चलती रहती है और पूरी तरह से निःशुल्क होती है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के डीईआईसी मैनेजर डॉक्टर निखिल सिंह ने बताया कि प्रतापगढ़ जनपद में इस सत्र में विभिन्न ब्लॉकों से आए 39 बच्चों का सफल उपचार किया गया। जिले में कुल अभी तक 217 बच्चों का इलाज सफलतापूर्वक किया जा चुका है। इस सत्र में जिलेभर से बड़ी संख्या में बच्चे इलाज के लिए आए और निःशुल्क सुविधा का लाभ उठाया। अनुष्का फाउंडेशन की जिला समन्वयक अंकिता श्रीवास्तव ने बताया कि क्लबफुट का समय पर इलाज संभव है। इलाज के बाद बच्चा पूरी तरह से सामान्य जीवन जी सकता है। उन्होंने अभिभावकों से हर शनिवार को जिला अस्पताल प्रतापगढ़ (कमरा नं. 1, हड्डी विभाग) में आकर इस निःशुल्क सेवा का लाभ उठाने की अपील की है। रिपोर्ट विशाल रावत 151019049
