मध्य प्रदेश शिवपुरी पिछोर से जहाँ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसी ही एक गंभीर लापरवाही का मामला दीपक लोधी नामक व्यक्ति का सामने आया है, जो पिछले छह वर्षों से बिना किसी चिकित्सकीय डिग्री के मेडिकल सर्टिफिकेट की आड़ में अस्पताल चला रहा है।
गैरकानूनी रूप से चल रहा कथित अस्पताल
स्थानीय लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, दीपक लोधी लंबे समय से मरीजों का इलाज कर रहा है, जबकि उसके पास कोई मान्यता प्राप्त चिकित्सकीय डिग्री नहीं है। इसके बावजूद वह खुलेआम दवाइयां लिखता है, इलाज करता है, और चिकित्सा नियमों की धज्जियाँ उड़ाता है।
स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी पर उठे सवाल
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि यह सब कुछ स्वास्थ्य विभाग की नाक के नीचे हो रहा है, लेकिन अब तक किसी भी अधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया। यह लापरवाही सीधे-सीधे विभागीय उदासीनता और मिलीभगत की ओर इशारा करती है।
BMO ने दी प्रतिक्रिया
जब इस विषय पर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (BMO) संजीव वर्मा से संपर्क किया गया, तो उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।
उन्होंने साफ़ तौर पर बताया:
“कोर्ट के सख्त आदेश हैं कि कोई भी व्यक्ति बिना मान्यता प्राप्त डिग्री के न तो मेडिकल की दुकान चला सकता है और न ही इलाज कर सकता है। मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।”
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
स्थानीय जनता ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि यदि इस तरह के झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले समय में जन स्वास्थ्य पर बड़ा संकट खड़ा हो सकता है।
फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया आपसे अपील करता है कि यदि आपके क्षेत्र में भी कोई ऐसा झोलाछाप डॉक्टर काम कर रहा है, तो उसकी जानकारी तुरंत संबंधित स्वास्थ्य अधिकारियों या मीडिया तक पहुँचाएं। देखे पिछोर से राजू जाटव की रिपोट

2025091819073942246552.mp4
BMO संजीव वर्मा पिछोर