उत्तर प्रदेश के महराजगंज से रिश्तों के कत्ल की खौफनाक कहानी सामने आई. यहां एक पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर जिस बेरहमी से पति को मौत के घाट उतारा, उसने लोगों को झकझोर रख दिया. 'कातिल' पत्नी ने पहले तो पति को शराब पिलाई, फिर खुद बीयर पी, और जब पति सो गया तो उसका गला घोंट दिया. इसके बाद बाइक पर शव को लादकर 25 किलोमीटर दूर एक सुनसान सड़क पर फेंक दिया.आपको बता दें कि पूरा मामला महराजगंज के कोतवाली ठूठीबारी थाना क्षेत्र के राजाबारी गांव का है. यहां के रहने वाले नागेश्वर रौनियार (26) ने छह साल पहले नेपाल की नेहा (22) से प्रेम विवाह किया था. दोनों की जिंदगी खुशियों से भरी थी और उनका एक प्यारा बेटा आदविक भी था. लेकिन, एक साल पहले जब नागेश्वर किसी गलत काम में फंसकर जेल चला गया, तो उसकी अनुपस्थिति में नागेश्वर के ही दोस्त जितेंद्र का उसकी पत्नी नेहा से रिश्ता बन गया. इस रिश्ते ने धीरे-धीरे दंपति के जीवन की दिशा ही बदल दी.पुलिस की गिरफ्त में हत्यारोपी नेहा और जितेंद्र
नागेश्वर जब जेल से वापस आया तो उसे अपनी पत्नी और दोस्त के रिश्ते का पता चला. उसने बहुत कोशिश की कि उसकी पत्नी वापस घर आ जाए, लेकिन नेहा अब जितेंद्र के साथ ही रहने लगी थी. उसने अपने बेटे को भी साथ ले लिया था. नागेश्वर इस बात से बहुत दुखी था और वह अपनी पत्नी को बार-बार समझाता था, लेकिन हर कोशिश नाकाम रही. उसने कई बार जितेंद्र के घर जाकर भी शिकायत की, पर कोई फायदा नहीं हुआ. रोज-रोज के झगड़ों से तंग आकर नेहा और जितेंद्र ने नागेश्वर को रास्ते से हटाने का मन बना लिया. इसके लिए उन्होंने एक खौफनाक साजिश रची. नेहा ने 12 सितंबर की रात नागेश्वर को मिलने के लिए कोतवाली थाना क्षेत्र के बिस्मिल नगर बुलाया. पहले नागेश्वर को शराब पिलाई साथ में खुद भी बीयर पी. जब नागेश्वर गहरी नींद में सो गया, तो नेहा ने अपने दुपट्टे से उसके पैर बांध दिए. फिर उसने प्रेमी जितेंद्र को फोन कर बुला लिया. दोनों ने मिलकर नागेश्वर का गला दबाया और जितेंद्र ने उस पर ताबड़तोड़ वार किए. नागेश्वर के मुंह से खून बहने लगा और वह तड़प-तड़प कर मर गया. हत्या के बाद दोनों ने मिलकर एक और खौफनाक काम किया. किसी को शक न हो, इसलिए उन्होंने नागेश्वर के कपड़े उतारे और उसके शव को नहलाया. फिर उन्होंने बाइक पर उसके शव को लादकर, अपने बेटे को आगे बैठाकर 25 किलोमीटर दूर एक सुनसान सड़क निचलौल-सिंदुरिया मार्ग पर फेंक दिया. इस दौरान नागेश्वर का शरीर सड़क पर घिसटता रहा.
शव को ठिकाने लगाने के बाद, दोनों मुंबई भागने की फिराक में थे. वे ट्रेन पकड़ने के लिए गोरखपुर जा रहे थे, लेकिन नागेश्वर के पिता की दी गई जानकारी के आधार पर महराजगंज पुलिस ने उन्हें मोबाइल लोकेशन की मदद से परतावल के पास से धर दबोचा. पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
