सावन का पवित्र दिन और भक्ति से भरी सुबह। सिर पर चुनरी और हाथों में प्रसाद फूल लिए हजारों श्रद्धालु मनसा देवी मंदिर की सीढ़ियों पर उमड़े थे। लेकिन कुछ ही पलों में वह आस्था चीखपुकार में बदल गई और सीढ़ियों पर बिखरी रह गई तो बस
सावन का पवित्र दिन और भक्ति से भरी सुबह। सिर पर चुनरी और हाथों में प्रसाद फूल लिए हजारों श्रद्धालु मनसा देवी मंदिर की सीढ़ियों पर उमड़े थे। लेकिन कुछ ही पलों में वह आस्था चीखपुकार में बदल गई और सीढ़ियों पर बिखरी रह गई तो ब चप्पलें और टूटी चूड़ियां। इस खौफनाक मंजर की वजह थी वो एक आवाज जिसने लोगों में सीढ़ियों पर करंट वाले तार की अफवाह फैला दी और इसी अफवाह ने श्रद्धा को मातम में बदल दिया। मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह मची भगदड़ में 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई जिसमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। वहीं 22 लोगों के घायल होने की खबर है। इन घायलों में 8 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल होने की भी खबर है।
जानकारी के मुताबिक मंदिर तक पहुंचने का रास्ता केवल एक ही है जहां सिर्फ पैदल ही पहुंचा जा सकता है। ऐसे में यहां अक्सर लोगों की भीड़ लगी रहती है। रविवार यानी 27 जुलाई की सुबह करीब 9 बजे भी ऐसी ही स्थिति थी। चश्दीदों ने बताया कि इसी दौरान किसी के चिल्लाने की आवाज आई कि सीढ़ियों पर करंट वाला तार गिरा हुआ है। इससे बचने के चक्कर में लोगों में भगदड़ मच गई और लोग एक दूसरे के ऊपर गिरने लगे। शुरुआत में समझ नहीं आया कि हो क्या रहा है। बस लोगों के चीखने चिल्लाने की आवाज आने लगी। इस बीच कुछ लोग अपनी जान बचाने के लिए आसपास मौजूद पेड़ और चारदीवारी पर चढ़ गए।
क्या वाकई गिरा बिजली का तार?
अधिकारियों के मुताबिक प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि यह घटना बिजली का तार टूटने की अफवाह के कारण हुई। हालांकि वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जा रही है। इस बीच टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि एक व्यक्ति बिजली का करंट लगने से झुलस गया, जबकि अन्य की मौत भगदड़ के दौरान लगी चोटों से हुई। वहीं नगर थाना प्रभारी रितेश साहा ने बिजली तार गिरने की बात कही है। उन्होंने कहा, जिस समय बिजली का तार टूटा, उस समय मार्ग पर भीड़भाड़ थी। साहा ने कहा, तार गिरते देख तुरंत अफरा-तफरी मच गई और भागने की होड़ मच गई, जिससे भगदड़ मच गई।
राजेश् शिवहरे कंट्री ब्यूरो चीफ 151168597
