हापुड़ में लेखपाल सुभाष मीणा के निलंबन और उसके बाद अवसाद में जाकर हुई उनकी मौत के विरोध में सोमवार को जिले के लेखपाल हड़ताल पर रहे। तहसीलों में कार्य बहिष्कार कर परिसर में धरना दिया।
लेखपाल संघ ने हापुड़ के डीएम की कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताते हुए मामले में शासन से सख्त कदम उठाने की मांग की। लेखपाल संघ के प्रांतीय आह्वान पर तहसील राॅबर्ट्सगंज (सदर) में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक सभी लेखपालों ने कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया।
इस दौरान गतात्मा की शांति के लिए शोकसभा भी की। संघ के पदाधिकारियों ने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेजा। वक्ताओं ने कहा कि कुछ अधिकारी चर्चा में आने के लिए सार्वजनिक रूप से अधीनस्थ कर्मचारियों को अपमानित करते हैं।
इसकी प्रवृत्ति इन दिनों बढ़ रही है। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए हापुड़ मामले में शासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। तहसील राॅबर्ट्सगंज में आयोजित इस विरोध कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष सहित लेखपाल संघ के सभी पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे।
मौके पर सुबोध सिंह, साजिद खान, संजय सिंह, हृदयेश, भगवान, मनोज, पंकज, रत्नेश, अरविंद, संजीव कुमार, मनीष, रेशमा कंचन, श्वेता सिंह, निशा, मनीष सिंह आदि उपस्थित रहे। दुद्धी, घोरावल और ओबरा तहसील में भी लेखपालों ने कार्य बहिष्कार कर धरना दिया।
