थाना चितईपुर पुलिस द्वारा मुखबिर सूचना पर मु0अ0सं0- 0118/2025, धारा- 115(2), 351(2), 318(4), 319(2), 338, 336(3), 204, 205, 235 बीएनएस व 6 आयुध अधिनियम थाना चितईपुर कमिश्नरेट वाराणसी से सम्बन्धित अभियुक्त (फर्जी आर्मी अधिकारी) दलाई उपप्ल पुत्र स्व0 दलाई पोथा राजू निवासी ग्राम रामागुंडम मातांगी कालोनी थाना एनटीपीसी जिला पोड्डीपल्ली राज्य तेलंगाना उम्र 35 वर्ष को दिनांक 13.07.2025 को मोहल्ला कन्दवा स्थित वादिनी के घर से गिरफ्तार किया गया तथा कब्जे से फर्जी आई कार्ड, आर्मी की वर्दी, प्रिन्टर मशीन, मेडल, नेम प्लेट, आधार कार्ड, नकली पिस्टल बरामद हुआ। उक्त गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर अग्रेतर विवेचनात्मक कार्यवाही की जा रही है।
दिनांक 13.07.2025 को वादिनी मुकदमा/पीड़िता द्वारा थाना चितईपुर पर प्रार्थना पत्र देकर अभियोग पंजीकृत कराया कि जोसफ नाम के व्यक्ति ने उसको आर्मी अधिकारी बताते हुए मैट्रीमोनियल साइट के माध्यम से अपने प्रेमजाल में फँसाकर शादी की और शादी के कुछ समय बाद उसे जानकारी हुई कि वह व्यक्ति अन्य लड़कियो के भी सम्पर्क में है। जिसपर उसने जोसफ के समान को चेक किया तो उसके पास से कई अलग अलग नाम से फर्जी आई कार्ड मिले थे। जिसके सम्बन्ध में वादिनी ने पूछताछ की थी तो उसके साथ फर्जी नाम जोसफ ने मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दिया गया।
अभियुक्त दलाई उपप्ल पुत्र स्व0 दलाई पोथा राजू निवासी ग्राम रामागुंडम मातांगी कालोनी थाना एनटीपीसी जिला पोड्डीपल्ली राज्य तेलंगाना उम्र 35 वर्ष पूछने पर बताया कि मै मैट्रीमोनियल साइट से अलग अलग लड़कियो को सम्पर्क कर अपने को आर्मी अधिकारी बताकर प्रेमजाल में फँसाता था और उनसे मोटी रकम लेता था मुकदमा वादिनी को भी मैने मैट्रीमोनियल साइट के माध्यम से अपने को जोसफ नाम से आर्मी अधिकारी बताकर प्रेमजाल में फँसाया था और उससे करीब पाँच वर्ष पूर्व शादी की थी। शादी के बाद मै और वादिनी मुकदमा साथ में ही रहते थे मै अबतक मुकदमा वादिनी से करीब छ लाख रूपये ले चुका हुँ। वादिनी मुकदमा बैंक मे अधिकारी है। जब वह घर पर नही रहती तब मै अन्य लड़कियो से बात करता था। अबतक मेरे सम्पर्क में करीब पचीस लड़किया विभिन्न राज्य तेलगाँना, आन्ध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश,छतीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, उत्तराखँड एवं पश्चिम बंगाल से है।
जिनसे मै सम्पर्क में हूँ और उनसे पैसा लेता हूँ। मैने आर्मी के अधिकारीयों कि आईडी इण्टरनेट के जरिये सर्च करके प्रिन्टर के जरिये खुद ही बनाई थी। जिनका इस्तेमाल करके लड़कियो को आसानी से अपने प्रेमजाल में फँसा लेता था। लड़कियो को प्रभावित करने के लिये मैने आर्मी के वर्दी, मेडल, फर्जी नेम प्लेट, आर्मी, एनआईए, जम्मू कश्मीर पुलिस, टेरिटोरियल आर्मी के फर्जी आई कार्ड बना रखा है एवं एक नकली पिस्टल भी लिया है। ताकि किसी को यह शक ना हो कि मै आर्मी में नही हूँ। मैं भिन्न भिन्न लड़कियो से अलग अलग फर्जी नाम बताकर बात करता था एवं उनसे मिलता था। इसीलिये मैने अलग अलग नाम से फर्जी आई कार्ड बनाया था। मैने पुलिस को अपने फर्जी आई कार्ड, आर्मी की वर्दी, प्रिन्टर मशीन, मेडल, नेम प्लेट, आधार कार्ड, नकली पिस्टल बरामद करा दिया है। अपने जुर्म को स्वीकार करते हुए बार बार अपनी गलती की माँफी माँग रहा है।