डॉ. प्रतिभा सिंह के शोध परिजोजना को आईसीएसएसआर से मिली वित्तीय सहायता, फील्ड इन्वेस्टिगेटर के लिए 18 जुलाई तक कर सकते हैं आवेदन
वाराणसी। मनोविज्ञान विभाग, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रतिभा सिंह के 'महा मृत्युंजय मंत्र का वृद्धजन में चिंता, जीवन गुणवत्ता और भावनात्मक विनियमन पर चिकित्सीय प्रभाव' शीर्षक एक लघु शोध परियोजना को भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) द्वारा वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। डॉ. प्रतिभा सिंह ने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत वाराणसी जनपद के वृद्धजन, जो मधुमेह, उच्च रक्तचाप एवं हृदय संबंधी रोगों जैसी पुरानी बीमारियों से ग्रसित हैं, पर महा मृत्युंजय मंत्र के प्रभाव का अध्ययन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शोध परियोजना का उद्देश्य पारंपरिक भारतीय आध्यात्मिक उपायों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से परखते हुए वृद्धजन की मानसिक एवं भावनात्मक स्थिति में सुधार लाना है। यह अध्ययन भारत के प्राचीन वैदिक मंत्रों की चिकित्सा पद्धति के संभावित प्रभावों को समझने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
डॉ. प्रतिभा सिंह ने बताया कि इस परियोजना में फील्ड इन्वेस्टिगेटर की नियुक्ति हेतु विज्ञापन किया गया है। आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 18 जुलाई निर्धारित की गई है। इच्छुक अभ्यर्थियों विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध विज्ञापन को देखकर निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार आवेदन कर सकते हैं।
