वाराणसी। पं0 दीन दयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय जनमानस को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में प्रदेश मे अग्रणी बना है। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व एवं मुख्यमंत्री के मार्ग निर्देशन एवं उप मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशन तथा प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य, मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देशन में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की टीम द्वारा पं0 दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में वर्ष 2021 से अनवरत विशेष रूप से वर्तमान वर्ष 2025 में सर्वाधिक उल्लेखनीय कार्य करते हुये आम जनमानस व मरीजों को सरकारी निःशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में कीर्तिमान स्थापित करते हुये पूरे प्रदेश में अग्रणी स्थान प्राप्त किया।
पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा० बृजेश कुमार ने विगत पाँच वर्षो में जनमानस को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराये जाने के बाबत जानकारी देते हुए बताया कि ओ0पी0डी0 में 1125590 और इनडोर सेवाओं में 58684 मरीजों को उपचारित किया गया है, 129386 मरीजों के घर बैठे ही टेलिमेडीसिन के माध्यम से निःशुल्क परामर्श दिया गया, 60958 मरीजों को निशुल्क डायलिसिस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी गयी, एन०सी०डी० क्लीनिक (नान- कम्युनिकेबल डिजीज) में आये मधुमेह एवं हाईपरटेंशन के 86088 मरीजों को उपचार हेतु मय ओषधी परामर्श देते हुये उपचारित किया, मरीजों के जॉच में अग्रणी पैथोलाजी लैब टेस्टींग जॉच 7333635, एक्स-रे 185456, सी०टी० स्कैन 69947, अल्ट्रासाउण्ड 58915, आभा आई०डी० रजिस्ट्रेशन स्कैन एण्ड शेयर नेक्स्ट जेन अत्याधुनिक प्रौद्यौगिकी में अग्रणी रहते हुये विगत तीन वर्षो में कुल 540250 विशेष रूप से 2025 में 137000 एवं जुलाई में अब तक 10200 हुआ, जो उल्लेखनीय उपलब्धि है। इसी प्रकार लैप्रोस्कोपिक (अत्याधुनिक विधि) सर्जरी करने में अग्रणी वर्ष 2025 में कुल 189 ऑपरेशन, इस वर्ष अब तक चिकित्सालय के चिकित्सको के द्वारा शोध कार्य करते हुये शोध कार्य को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर JAMP International Journal of Academic Medicine and Pharmacy में प्रकाशित किया गया, जो कि अत्यन्त सराहनीय एंव उत्कृष्ठ कार्य है। यह समस्त उपलब्धियाँ प्रदेश में अग्रणी है।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा० बृजेश कुमार ने बताया कि श्रावण मास के दौरान भारी संख्या में काशी आने वाले कांवड़ियों की सुविधा के लिए पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में 10 बेड का विशेष कावड़िया वार्ड भी बनाया गया है। ताकि जरूरत पड़ने पर कांवड़ियों को बिना वजह परेशानी का सामना न करना पड़े और उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा महिया हो सके।
