दिनांक 08.07.2025 को वादी रंजीत गुप्ता द्वारा थाना कपसेठी पर एक लिखित प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया, जिसमें उन्होंने बताया कि दिनांक 07.07.2025 को वह अपना कार्य समाप्त कर अपने घर लौट रहे थे। रात्रि लगभग 21:40 बजे, थाना कपसेठी क्षेत्रांतर्गत ग्राम कुरू के पास ब्लैक रंग की थार (UP 62 CU 5857) सवार 4-5 अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी मोटरसाइकिल को ओवरटेक कर जबरन रोक लिया, तथा उनके साथ मारपीट कर उनकी मोटरसाइकिल एवं बैग छीन लिया। प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना कपसेठी पर मु0अ0सं0-092/2025, धारा 309(6) भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत कर प्रकरण में विवेचनात्मक कार्रवाई प्रारंभ की गई। वाहन नंबर व प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर घटना में प्रयुक्त थार वाहन को कब्जे में लिया गया, तथा संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही थी।
दिनांक 10.07.2025 को थाना कपसेठी पुलिस द्वारा प्रकाश में आए वांछित अभियुक्त बृजेश तिवारी पुत्र दरोगा तिवारी निवासी ग्राम कोदई पाही, थाना बड़ागांव, जनपद वाराणसी को गिरफ्तार कर मा० न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। अभियुक्त के पास से लूट में प्रयुक्त एक अदद मोटरसाइकिल (बजाज प्लेटिना, रजिस्ट्रेशन नंबर UP66P8965) बरामद की गई। अभियुक्त के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। अभियुक्त अपने साथियों के साथ मिलकर सुनसान स्थानों पर राह चलते अकेले व्यक्तियों को अपनी थार गाड़ी से घेरकर लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देता है। विरोध करने पर पीड़ितों के साथ मारपीट करता है तथा डरा-धमका कर उन्हें भागने पर मजबूर कर देता है।
पूछताछ के दौरान अभियुक्त बृजेश तिवारी ने स्वीकार किया कि दिनांक 07.07.2025 की रात लगभग 9:30 बजे, वह अपने तीन साथियों—प्रांजल तिवारी,दीपक तिवारी,भंटू तिवारी,के साथ अपनी थार गाड़ी से कुरू से कपसेठी की ओर जा रहा था। रास्ते में एक व्यक्ति मोटरसाइकिल से बैग लेकर जा रहा था। बैग में पैसे होने की संभावना पर उन्होंने उसे लूटने की योजना बनाई। थार गाड़ी को मोटरसाइकिल के सामने लगाकर ग्राम कउवाडाड़ के पास उसे जबरन रोका गया, तथा सभी ने मिलकर मारपीट व धमकाकर उसकी मोटरसाइकिल व बैग लूट लिया। इसके बाद वे मोटरसाइकिल लेकर बड़ागांव की ओर भाग गए। अभियुक्त ने बताया कि थार गाड़ी को वह अपने घर खड़ी कर आया था और दोस्तों के साथ लूटी गई मोटरसाइकिल लेकर चला गया। बाद में जब उन्हें पुलिस द्वारा खोजे जाने की जानकारी मिली, तो सभी साथी अलग-अलग हो गए। अभियुक्त ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए क्षमा याचना की है।