चेहरे को सही तरह से साफ करने के लिए फेसवॉश काफी जरूरी है। इसके इस्तेमाल से न सिर्फ चेहरे की डीप क्लींजिंग होती है, बल्कि इससे त्वचा पर किसी तरह के इंफेक्शन का खतरा नहीं रहता। दरअसल, जब हम साबुन इस्तेमाल करते हैं, तो उसपर जमें बैक्टीरिया स्किन को डैमेज कर देते हैं, ऐसे में अब स्किन के डॉक्टर भी फेसवॉश इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। जिसके चलते हर कोई अब फेसवॉश का ही इस्तेमाल करता है। पर, क्या आप जानते हैं कि फेसवॉश का इस्तेमाल हमेशा स्किन टाइप के हिसाब से ही करना चाहिए। यहां आज हम आपको इसी बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि आपकी स्किन के लिए कौन से तत्वों वाला फेसवॉश अच्छा रहेगा।
ऑयली स्किन
यदि आपकी स्किन ऑयली है तो गर्मी के इस मौसम में आपको सबसे ज्यादा ध्यान रखकर फेसवॉश खरीदना है। इसके लिए ऐसा फेसवॉश का चयन करें, जिसमें सैलिसिलिक एसिड या नीम जैसे तत्व हों। ये तत्व चेहरे के अतिरिक्त तेल को कंट्रोल करके रखते हैं, जिस कारण आप मुंहासे, ब्लैकहेड्स और पिंपल्स जैसी परेशानियों से दूर रहते हैं।
ड्राई स्किन
अक्सर लोगों को ये गलतफहमी होती है कि गर्मी के मौसम में ड्राई स्किन वाले कुछ भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जबकि ऐसे लोगों को हमेशा ऐसा फेसवॉश इस्तेमाल करना चाहिए, जिसमें हाइल्यूरोनिक एसिड, ग्लिसरीन, या शिया बटर जैसे तत्व हों। ये तत्व आपके चेहरे की नमी को बरकरार रखने का काम करेंगे। जिससे आपकी त्वचा खिली-खिली दिखेगी।
सेंसिटिव स्किन
यदि आपकी त्वचा काफी संवेदनशील है तो आपको ऐसा फेसवॉश का इस्तेमाल करना चाहिए, जिसमें ग्लाइकोलिक एसिड या एलोवेरा जैसे तत्व हों। ये तत्व किसी भी तरह के बैक्टीरिया को आपकी स्किन से दूर रखेंगे। ध्यान रखें कि संवेदनशील स्किन वाले लोगों को ऐसे फेसवॉश से भी दूर रहना चाहिए, जिसमें तेज खुशबू आती हो।
नॉर्मल स्किन
ऐसी स्किन न तो ऑयली होती है और न ही ड्राई। ऐसे में यदि आपकी स्किन नॉर्मल है तो आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप कोई भी हल्का और न्यूट्रल फेसवॉश जो स्किन को मॉइश्चराइज भी करें का इस्तेमाल कर सकते हैं। बस ध्यान रखें कि
एजिंग स्किन
यदि आपके चेहरे पर बढ़ती उम्र के निशान दिखने लगे हैं तो ऐसे फेसवॉश का इस्तेमाल करें, जिसमें एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन C, और कोलेजन बूस्टर जैसे तत्व पाए जाते हों। ये तत्व आपके चेहरे की बढ़ती परेशानियों को रोकने का काम करेंगे। ऐसे फेसवॉश जो स्किन को रिस्टोर और पुनर्जीवित करने का काम भी करते हैं।