मऊ जिले के मधुबन तहसील परिसर में शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन डीएम प्रवीण मिश्रा और पुलिस अधीक्षक इलामारन जी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। चार घंटे तक चली इस सुनवाई में 97 फरियादियों ने पहुंचकर अधिकारियों के समक्ष शिकायत की, इसमें आठ मामलों का निस्तारण किया गया। इससे पहले दोनों अधिकारियों के सामने ही गांव के प्रधान और उसी गांव के एक युवक के बीच मारपीट हो गई। इससे कुछ समय के लिए अफरा तफरी मच गई।
ये है पूरा मामला
शनिवार की सुबह 10 बजे से शुरू हुए समाधान दिवस में फतेहपुर मंडाव ब्लॉक के खैरा नासिर के प्रधान मनोज कुमार और गांव के अनिल यादव के बीच मारपीट होने लगी। मामला गांव स्थित एक पोखरी के पट्टे को लेकर था। बात पहले गाली गलौज तक रही, फिर विवाद इतना बढ़ा कि दोनों भूल गए कि वह डीएम/एसपी के सामने ही एक दूसरे से भिड़ गए।
ग्राम प्रधान ने डंडे से अपने विपक्षी पर वार करना शुरू कर दिया। ऐसे में मौके पर अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने किसी प्रकार बीच बचाव कर मामला शांत कराया। इससे पहले तहसील दिवस में मधुबन कस्बा निवासी विवेक कुमार ने शिकायत किया कि वह तहसील में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था।
इसी बीच दो जनवरी 2025 को फर्जी आरोप लगाकर उसे निष्कासित कर दिया गया। उपजिलाधिकारी द्वारा उसका रुका वेतन जून, अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर का भुगतान व जांच में बचाने के नाम पर 40 हजार रुपये लिए हैं। जब वह अपना रुका वेतन और 40 हजार रुपये मांगने आया तो चेंबर से डांट कर भगा दिया गया।
वहीं नेवादा गोपालपुर निवासी अनिल ने शिकायत किया कि लेखपाल द्वारा चकमार्ग का सीमांकन करने के बाद भी विपक्षी ट्यूबवेल और कटरैन नहीं हटा रहे हैं। डीएम ने शिकायतों के निस्तारण में देरी पर नाराजगी जताई एवं उसमें तेजी लाने का निर्देश दिया।
इस मौके पर बीएसए संतोष कुमार उपाध्याय, जिला कृषि अधिकारी सोमप्रकाश गुप्त, एसीएमओ डॉ. बी के यादव, सीओ अभय कुमार सिंह, बीडीओ अनिल मौर्य, एसडीओ राजकुमार यादव, विनोद कुमार अग्रहरि सहित राजस्व व पुलिस टीम मौजूद रहे।
