वाराणसी। क्रिकेट प्लेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार के सहकारिता मंत्री श्री जे.पी.एस. राठौर से भेंट कर उन्हें उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (UPCA Pvt. Ltd.) में व्याप्त भ्रष्टाचार के मामलों से अवगत कराया। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2005 में UPCA को चिटफंड सोसायटी, कानपुर द्वारा ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था। इसके बावजूद, नियमों का उल्लंघन करते हुए UPCA ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज़, कानपुर से अपना नया पंजीकरण करवा लिया, जबकि नियमों के अनुसार किसी भी ब्लैकलिस्टेड संस्था का कंपनी के रूप में पुनः पंजीकरण नहीं किया जा सकता। क्रिकेट प्लेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष श्री अरविंद सिंह ने जानकारी दी कि UPCA की बैलेंस शीट में बड़े वित्तीय घोटाले के संकेत मिले हैं। संस्था ने कोई बिल या वाउचर रजिस्ट्रार कार्यालय में जमा नहीं किया, जिसे रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज़, कानपुर ने भी स्वीकार किया है। यह गंभीर वित्तीय अनियमितता और भ्रष्टाचार का स्पष्ट प्रमाण है।
सचिव प्रदीप पांडेय और एम.पी. सिंह ने आरोप लगाया कि UPCA रजिस्ट्रार कार्यालय पर दबाव बनाकर अपने भ्रष्टाचार को छुपाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रयास को सफल नहीं होने दिया जाएगा। भेंट के दौरान माननीय मंत्री जे.पी.एस. राठौर ने आश्वासन दिया कि योगी सरकार के कार्यकाल में किसी भी खेल, विशेषकर क्रिकेट में, खिलाड़ियों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि UPCA प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, उत्तर प्रदेश के क्रिकेट खिलाड़ियों के अधिकारों का हनन नहीं कर सकेगी और राज्य सरकार खिलाड़ियों के हितों की रक्षा के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य करेगी। क्रिकेट प्लेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश ने चेतावनी दी है कि यदि UPCA प्राइवेट लिमिटेड और उसके पदाधिकारियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज़ कार्यालय के बाहर महिला एवं पुरुष खिलाड़ियों के साथ मिलकर आंदोलन करेगा ।। रविन्द्र गुप्ता फास्ट न्यूज़ इंडिया वाराणसी 151009219
