फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया यूपी कासगंज l महिलाओं व बच्चियों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वाबलंबन के लिये वैचारिक व व्यावहारिक परिवर्तन लाये जाने हेतु एडीजी आगरा जोन, आगरा के निर्देशन में जोन स्तर पर चलाए जा रहे ऑपरेशन जागृति फेज 4.0 अभियान में पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा के पर्यवेक्षण एवं अपर पुलिस अधीक्षक/नोडल अधिकारी ऑपरेशन जागृति राजेश भारती के नेतृत्व में आपरेशन जागृति की टीमों द्वारा थाना कासगंज क्षेत्रांतर्गत पंचायत घर, प्राइमरी स्कूल धन्तोरिया, एसकेएम इण्टर कॉलेज कासगंज, थाना सोरों क्षेत्रांतर्गत प्राइमरी स्कूल बरौदा, क0गां0आ0बा0वि0 हिमायूंपुर सोरों, एसटीडीएम इण्टर कालेज सोरों, थाना ढोलना क्षेत्रांतर्गत पंचायत भवन, प्राइमरी स्कूल तैय्यबपुर सुजातगंज, महिला थाना क्षेत्रांतर्गत वार्ड नं0- 07 गन्दा नाला, थाना सहावर क्षेत्रांतर्गत पंचायत घर, प्राइमरी स्कूल खितौली, श्रीगांधी इ0का0 सहावर, थाना अमांपुर क्षेत्रांतर्गत पंचायत घर, प्राइमरी स्कूल बरसौडा, मक्खनलाल इ0का0 अमांपुर, थाना सुन्नगढी क्षेत्रांतर्गत पंचायत घर, प्राइमरी स्कूल दचरौली खाती, थाना पटियाली क्षेत्रांतर्गत पंचायत भवन गढी खढैई, थाना सिढ़पुरा क्षेत्रांतर्गत पंचायत भवन, प्राथमिक विधालय अजीत नगर, कु0 रघुवीर सिंह इ0का0 पिथनपुर, थाना गंजडुण्डवारा क्षेत्रांतर्गत पंचायत भवन छितौनी, एसएसएस वैदिक क0इ0का0 गंजडुण्डवारा में कार्यक्रम आयोजित कर ऑपरेशन जागृति के सम्बन्ध में महिलाओं, बालिकाओं को उनके अधिकारों व सुरक्षा के बारे में बताया तथा युवा बालिकाओं के साथ हो रहे साइबर हिंसा के बारे में जागरूक किया गया एवं जन समुदाय को झूठे मुकदमों से होने वाली नुकसान के बारे में, विभिन्न हेल्पलाइन नम्बरों के बारे में व सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया गया।
इसी क्रम में ऑपरेशन जागृति की टीमों द्वारा प्राथमिकता के आधार पर महिलाओं एवं बालिकाओं के प्रति होने वाली हिंसा के संबंध में जागरूक किया गया एवं बताया कि सभी को एकजुट होकर महिलाओं के खिलाफ हिंसा के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। यह एक ऐसा मुद्दा है जो न केवल समाज बल्कि पूरे देश को प्रभावित करता है। घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़, और अन्य प्रकार की हिंसा महिलाओं के जीवन को अप्रत्याशित रूप से प्रभावित करती है। घरेलू हिंसा एक गंभीर सामाजिक समस्या है जो दुनिया भर में लाखों परिवारों को प्रभावित करती है। यह एक ऐसा अपराध है जो शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आर्थिक रूप से किसी व्यक्ति को तबाह कर सकता है। यह अक्सर घर के चार दीवारों के भीतर होता है, जहां पीड़ित को बाहर की दुनिया से मदद लेने में डर लगता है। हम सभी का प्रयास हो कि एक ऐसा समाज बनाएं जहां हर महिला खुद को सुरक्षित महसूस करे।हर महिला सुरक्षित रहने की हकदार है: यह सभी का मौलिक अधिकार है।हिंसा किसी भी रूप में अस्वीकार्य है: चाहे वह घर में हो या सड़क पर।अपने दोस्तों, परिवार और समुदाय के लोगों को महिलाओं के खिलाफ हिंसा के बारे में बताएं।यदि आप किसी महिला को हिंसा का शिकार होते हुए देखते हैं, तो तुरंत मदद करें और पुलिस को सूचित करें।लैंगिक समानता को बढ़ावा दें और महिलाओं को सम्मान दें।
सभी को जागरुक करते हुए बताया गया कि घरेलू हिंसा के मामलो में तत्काल नजदीकी थाने अथवा 1090 पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं। रिपोर्ट मोहित गुप्ता 151022222
