जी हाँ हम बात कर रहे हैं प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के मण्डलीय अध्यक्ष मंडल आजमगढ़ बृजेन्द्र नाथ सिंह की जिन्हें पिछले सप्ताह जिलाध्यक्ष बलिया से मंडलीय अध्यक्ष के पद पर पदोन्नति मिली है।
अपने साक्षात्कार में बोले कि पत्रकार समाज का दर्पण होता है जिसमें हर बात दिखाई देती है। जब किसी परेशान हाल व्यक्ति की समस्याओं का निदान के सारे दरवाज़े बंद हो जाते हैं तो उसे केवल और केवल पत्रकार दिखाई देता है और उसे विश्वास रहता है कि पत्रकार की लेखनी ही उसे न्याय दिलाने का माध्यम है। बोले कि पत्रकारों की जिम्मेदारी है कि पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाने हेतु अपने स्तर से हर सम्भव प्रयास करना चाहिए।
बताते चलें कि ग्राम पहराजपुर थाना पकड़ी जनपद बलिया निवासी माता स्मृतिशेष सूर्यावती देवी व पिता समृतिशेष राम दहीन सिंह के घर जन्मे बृजेन्द्र नाथ सिंह बाल्याकाल से ही तार्किक व स्पष्टवादी स्वभाव से परिपूर्ण थे जिसके कारण इन्होने अन्य मौजूद विकल्पों के बावजूद पत्रकारिता को ही अपना कैरियर बनाये। याद करते हुए बोले कि सन 1990 में मुझे दैनिक जागरण हिन्दी समाचार पत्र में पंदह ब्लाक की जिम्मेदारी मिली जिसके अंतर्गत थाना पकड़ी और खेजूरी आते हैं। तब हमें कार्यालय से पैड और लिफाफा मिलता था, पैड पर समाचार लिखकर लिफाफे में सील्ड करके दैनिक जागरण के जिला कार्यालय पर भेजते थे, कैमरा से फोटो खिंचकर उसकी रील से फोटो बनवाकर भेजना पड़ता था तब समाचार प्रकाशित होता था। दैनिक जागरण में कोई खबर छप जाती थी तो संबंधित अधिकारी कर्मचारी या अपराधी हिल जाते थे और पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिल जाया करता था। उस समय दोनों संबंधित पक्षो की खबर पत्रकार लिखते थे परन्तु आज की पत्रकारिता का स्तर कुछ पत्रकारों के करतूतों से इतना नीचे गिर गया है कि जनता का लोकतंत्र के इस चौथे स्तम्भ पर से विश्वास उठता जा रहा है। प्रश्न उठाते हुए बोले कि जब मोबाईल से तस्वीरें खींची जा सकती हैं घटनास्थल से संबंधित पक्षो का वर्जन लेकर समाचार बनाया जा सकता है तो कुछ पत्रकार थानों और अन्य सरकारी कार्यालयों और अन्य संस्थानों के चक्कर क्यों लगाते हैं। अब तो इतने संसाधन मौजूद हैं तो पत्रकारों को दोनों संबंधित पक्ष की बात का उल्लेख करना चाहिए ताकि न्याय हो सके। व्यथित होते हुए बोले कि कुछ लोगों नें पत्रकारिता का स्तर इतना गिरा दिया है कि जैसे ही पता चलता है कि कोई पत्रकार आया है तो समाज के मन उतना अच्छा भाव नहीं उतपन्न हो पता है।
बताते चलें कि बृजेन्द्र नाथ सिंह पूर्व में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन में तहसील सिकंदरपुर के तहसील अध्यक्ष के रुप में पत्रकारों की भलाई का कार्य रहे थे परन्तु प्रांतीय कार्यकारिणी द्वारा चुनाव में लोकतान्त्रिक प्रक्रिया का पालन न करने से व्यथित होकर क्रन्तिकारी कदम उठाते हुए शशिकांत मिश्र प्रांतीय अध्यक्ष के नेतृत्व में एक रजिस्टर्ड प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश का गठन हुआ जिसका मुझे बलिया जनपद का जिलाध्यक्ष बनाया गया था परन्तु संघ हित में उन्हें आजमगढ़ मंडल का मंडलीय अध्यक्ष के पद पर प्रोन्नत करने के साथ साथ गोरखपुर मंडल के मण्डलीय अध्यक्ष का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। बोले कि प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत मिश्र जी द्वारा दिए गए दायित्व का पूरी ईमानदारी से पालन करने का सफल प्रयास करूंगा। एक विशेष प्रश्न के उत्तर में बोले कि प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन से संबंधित सभी पत्रकार साथियों की दुर्घटना मृत्यु में 50 लाख का बीमा संघ देगा और उसका प्रीमियम संघ वहन करेगा।
देखना दिलचस्प होगा कि अन्य पत्रकार संघों की तुलना में प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार संघ अपने सदस्यों को संस्कारित करते हुए उनके कंधा से कंधा मिलाकर उनकी समस्यावों से निर्मूल करने का सफल प्रयास करेगा तथा बृजेन्द्र नाथ सिंह पत्रकारिता और पत्रकार संघ दोनों भूमिकावों में पत्रकार समाज के लिए उदाहरण स्थापित कर सकेंगे। रिपोर्ट - परमात्मा नन्द सिंह 151173894
