फास्ट न्यूज़ इंडिया हर माह रियल हीरो चुनती है इस माह के रियल हीरो है टीआईआलोक सिंह परिहार जो मिलनसार न्याय के लिए 24 घंटे ड्यूटी में रहना उनकी खूबी है जो सबसे बड़ी विशेषता भी हैं। निरीक्षक आलोक सिंह परिहार का जन्म(13-02-1976) सतना मध्य प्रदेश में हुआ था उनकी शिक्षा ग्वालियर और दतिया में हुई थी उनकी रुचि फुटबॉल खेलने व व्यायाम करना डेली रूटीन में है। वह अपनी मेहनत और लगन के दम पर सिपाही से टीआई बने हैं उनकी पोस्टिंग बालाघाट टॉर्क फोर्स में STF भोपाल मैं भी रही है। ग्वालियर शिवपुरी, अशोक नगर, सागर, शाजापुर, मुरैना रही भी रही है। अब मौजूद में वह ग्वालियर में पड़ाव थाने में निरीक्षक है। जहां यह पहुंच जाते हैं वहां से अपराधी अपनी जगह छोड़कर भाग जाते हैं इनका नाम सुनकर अपराधियों की पतलून गीली हो जाती है क्योंकि यह न्याय प्रिय है उनकी मौजूदगी में कानून व्यवस्था एक नंबर रहती है।
आलोक सिंह परिहार की विशेषता है कई केस 24 घंटे में सॉल्व किए हैं अपराधियों को पकड़ा है एक केस है जिसमें तीरथ प्रसाद गुप्ता का अपहरण हुआ था वह कैसे 24 घंटे में सॉल्व किया अपराधी को पकड़ लिया था तीरथ प्रसाद के बेटे ने 10 लाख रुपए की इनाम रखी थी वह नाम पुलिस फंड में जमा कराई।
कई डकैतों को एनकाउंटर किया और कई डकैतों को पकड़ा। दो साल की बच्ची का रेप हुआ था अज्ञात अपराधी को 24 घंटे में पड़कर उसको जेल भेज दिया आलोक सिंह परिहार की जाँच करने की शैली निराली है वह छोटी से छोटी बात को भी नोट करते हैं जो उनको अपराधियों तक ले जाती है। कई विभागों में भी स्पेशल वर्किंग रही है डकैतों को पकड़ने के लिए स्पेशल फोर्स पर भी वर्क किया है अंडरवर्ल्ड खत्म किया है ज्ञान सिंह डकैत मोहन सिंह रामेश्वर जै डकैतों का एनकाउंटर किया है।
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट भी रहे हैं इनकी जहां भी पोस्टिंग रही है वहां जनता सम्मान देती है जब जब उनकी ट्रांसफर होती है जनता रोकने की कोशिश करती है कि हमारे क्षेत्र को नहीं छोड़े क्योंकि यह न्याय प्रिय जनता की मदद करते हैं और उनके वजह से अपराधी थर थर कांपते हैं क्योंकि यह अपराध खत्म करके अच्छे समाज की स्थापना करने में हमेशा प्रयासरत रहते हैं। इन्होंने कई कारनामे किये है एक बता रहा हूं सत्ता किंग गुड्डू का इन्होंने जुलुस निकाला था गुड्डू पर कोई भी विभाग हाथ डालने से घबराता था टीआई परिहार उन पर मुकदमा कायम किया उसे जेल भेजा।
इनका कहना है बेकसूरों को छेड़ा नहीं जाएगा कसूरवार को छोड़ नहीं जाएगा। आलोक सिंह परिहार की वर्किंग में कई चुनौतियां भी आई है। पर उन्होंने अपनी सूझबूझ से उन चुनौतियों का सामना किया है। क्योंकि वह लोकप्रिय समाज प्रिया समाज में सिंघम के नाम से पहचाने जाते हैं। लोगो का कहना है अगर इस तरीके के ऑफिसर हमारे समाज में हो तो समाज का चेहरा ही अपने आप में अलग होगा (भारतीय पुलिस 24/7 तैयार अपराध को खत्म करने के लिए) इनके लिए लोगो ने एक कहावत कही है जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे रियल हीरो आलोक सिंह परिहार। रिपोर्ट-राजेश शिवहरे 151168597


