हर माह एक मरीज श्रीनगर मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. रिजवी के अनुसार उनके पास स्नो ब्लाइंडनेस की समस्या से जूझ रहे हर माह करीब तीन से चार मरीज आते हैं। दून मेडिकल कॉलेज में भी इस तरह का हर माह एक मरीज देखने को मिलता है।
इसके ज्यादातर मामले चकाराता, धनोल्टी, चमोली, उत्तरकाशी, मुनस्यारी, दारमा घाटी, नीती घाटी समेत ऊंचाई वाले बर्फीले इलाकों से सामने आते हैं। इसमें यहां के स्थानीय लोग तो शामिल हैं हीं, साथ ही पर्यटक और यहां पर ड्यूटी करने वाले सेना के जवान भी इसके शिकार हो रहे हैं।