उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के बिधूना तहसील अंतर्गत कुदरकोट क्षेत्र के रामपुर खास गांव में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का रविवार को भव्य समापन हुआ। कथा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं ने सुदामा चरित्र और रुक्मिणी विवाह की अमृतमयी कथा का श्रवण किया। कथा वाचिका मोनिका शास्त्री जी (गौशाला धाम, वृंदावन) ने सच्ची मित्रता और भक्ति के महत्व को उजागर करते हुए बताया कि भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता समाज के लिए मिसाल है, जहां स्वार्थ नहीं, बल्कि समर्पण और सहयोग का भाव होता है।
भागवत कथा के रस में डूबे श्रद्धालु
कथा के दौरान श्रद्धालु भक्ति के रंग में रंगे नजर आए, जैसे-जैसे कथा आगे बढ़ी, श्रोता भाव-विभोर होते गए, सुदामा चरित्र सुनते ही कथा स्थल पर आस्था का ज्वार उमड़ पड़ा और श्रद्धालु अबीर-गुलाल उड़ाकर एवं भक्ति नृत्य कर भक्ति रस में डूब गए।
कथावाचिका मोनिका शास्त्री ने कहा, श्रीमद्भागवत केवल एक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन का दर्पण है। सात दिनों तक इसके श्रवण मात्र से जीव का उद्धार होता है और इसे कराने वाले भी पुण्य के भागी होते हैं।उन्होंने समाज में समानता और सच्ची मित्रता की भावना विकसित करने का आह्वान किया।
भव्य भंडारे में उमड़ा जनसैलाब
कथा समापन के बाद विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य अर्जित किया। आयोजकों के अनुसार, इस भंडारे में भक्तों की सेवा ही सबसे बड़ा धर्म माना गया,
गणमान्य लोगों की उपस्थिति ने बढ़ाया आयोजन का गौरव, इस भव्य आयोजन में प्रमुख रूप से परीक्षित महेश बाबू यादव, ब्लॉक प्रमुख मिथलेश यादव, रामपाल सिंह यादव, अमृत सिंह यादव, सरोज यादव, छोटे यादव, समाजसेवी सिक्की यादव, अंकित यादव, विनय, विक्की यादव, जीतू, आलोक, अनु, आकाश, विकास सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। रिपोर्ट - एरिया इंचार्ज वीकली मुहम्मद इमरान 151063137

