फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया एमपी ग्वालियर। बगैर एफआइआर के एक वकील को थाने की हवालात में बंद करना और अभद्रता करना ग्वालियर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह तोमर को भारी पड़ गया। एसपी धर्मवीर सिंह ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही प्राथमिक जांच के आदेश दिए हैं। जांच सात दिन में पूरी करनी होगी। हजीरा क्षेत्र में रहने वाले वकील संकल्प गोस्वामी का भतीजा यश गोस्वामी बीते रोज पुलिस ने पकड़ा था। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर संदीप अग्रवाल से क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर अड़ीबाजी की थी। इस मामले में पुलिस ने इन लोगों को पकड़ लिया था। संकल्प और उनके साथी ग्वालियर थाने इस मामले की जानकारी लेने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह तोमर ने देखते ही अभद्रता शुरू कर दी, अपशब्द भी कहे।
इसके बाद संकल्प को हवालात में बंद कर दिया। जब संकल्प के साथ आए लोगों ने पुलिस अधिकारियों को बताया, तब थाना प्रभारी ने करीब 20 मिनट बाद हवालात से बाहर निकाला। हवालात से बाहर निकालने के बाद धमकी दी कि अगर कुछ देर और यहां रुका तो एफआइआर दर्ज कर दी जाएगी। इस मामले की शिकायत संकल्प ने आइजी अरविंद सक्सेना, डीआइजी अमित सांघी और एसपी धर्मवीर सिंह से की। एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया। साथ ही सीएसपी महाराजपुरा को प्राथमिक जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट - राजेश शिवहरे कंट्री इंचार्ज मैगजीन 151168597
