डकैती के बाद गैंगस्टर एक्ट के तहत जेल भेजे गए निलंबित दरोगा सूर्य प्रकाश पांडेय की अपराध से अर्जित संपत्ति पुलिस जब्त करेगी। सूर्य प्रकाश को गुरुवार को जेल भेजे जाने के बाद आदमपुर थाने की पुलिस अब उसकी संपत्तियों का ब्योरा जुटाना शुरू की है। उधर, इस मामले में वांछित मुकेश दूबे उर्फ हनी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक टीम गठित की गई है।
यह है पूरा मामला
चौक क्षेत्र के आभूषण व्यवसायी के दो कर्मचारियों को टेंगरा मोड़ के पास गत 22 जून की रात बस से उतार कर सूर्य प्रकाश पांडेय और उसके साथियों ने 42 लाख 50 हजार रुपये लूट लिए थे। इस मामले में 24 जुलाई को तत्कालीन नदेसर चौकी इंचार्ज सूर्य प्रकाश पांडेय और उसके दो साथियों अहिरौली के विकास मिश्रा व आयर बाजार के अजय गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
सूर्य प्रकाश पांडेय बलिया का मूल निवासी और प्रयागराज के कर्नलगंज थाना क्षेत्र के शुक्ला मार्केट, सलोरी का रहने वाला है। इसके बाद निलेश यादव और योगेश पाठक उर्फ सोनू गिरफ्तार हुआ था। मुकेश दूबे उर्फ हनी को इलाहाबाद हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई थी।
सूर्य प्रकाश पांडेय इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत पाकर 12 सितंबर को रिहा हुआ था। इसके बाद सूर्य प्रकाश और उसके गिरोह के पांच बदमाशों के खिलाफ रामनगर थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। सूर्य प्रकाश को गिरफ्तार कर पुलिस मुकेश की तलाश कर रही है। इसके साथ ही अब सूर्य प्रकाश पांडेय को पुलिस विभाग से बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उधर, इस संबंध में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने कहा कि इस मामले में निलंबित दरोगा सहित सभी आरोपियों के खिलाफ प्रभावी तरीके से कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।