फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया यूपी कासगंज। एंबुलेंस भ्रष्टाचार के मामले में भारतीय किसान यूनियन स्वराज अब खुलकर मैदान में उतर आई है। जिस तरीके से पिछले आठ माह से निरंतर हो रहे एंबुलेंस भ्रष्टाचार के मामले में अब खुलकर मैदान में उतर आए हैं। पटियाली तहसील पर सैकड़ो किसानों के साथ मिलकर भारतीय किसान यूनियन स्वराज के पदाधिकारी पहुंच गए और गुस्सा में आए किसान नेताओं ने तहसील की तालाबंदी कर दी। वहां आंदोलन के दौरान जिला के प्रमुख सचिव निर्दोष तिवारी की हालत भी बिगड़ गई और घंटा इंतजार के बाद जब एंबुलेंस वहां नहीं पहुंची, तो किसानों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए । आनन - फानन में कोतवाली प्रभारी पटियाली के द्वारा अपनी गाड़ी में किसान नेता को उपचार के लिए पटियाली हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां अब उनकी हालत में सुधार बताया गया है। वहीं किसानों ने तहसील प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाएं।
जिसमें मुख्यतः जनपद में व्याप्त एंबुलेंस घोटाला पटियाली क्षेत्र में चकबंदी अधिकारी द्वारा गलत पैमाइश किया जाना l वहीं कुछ कर्मचारियों द्वारा लेनदेन कर किसानों की जमीन को इधर से उधर नाप देना व गंजडुंडवारा में आधार कार्ड संशोधन के नाम पर हजारों रुपए की खुली लूट करना। तहसील में व्याप्त अन्य तरीके की भ्रष्टाचारों को तत्काल समाप्त करना, वहीं जिला प्रशासन की उदासीनता को देखकर दिए जाने वाले ज्ञापन या शिकायती पत्र का कोई संशोधन ना होना एवं उसकी कोई सूचना कार्यालय को उपलब्ध न कराना आदि के खिलाफ किसान नेताओं का गुस्सा फूटा। आखिरकार उप जिलाधिकारी पटियाली द्वारा किसी तरीके से किसानों को समझाकर मनाया गया। घंटे चली तनातनी के बाद कुछ समस्याओं के निस्तारण मौके पर प्रशासन द्वारा किए गए। तब जाकर कहीं किसान माने। जिसमें मुख्यतः प्रदेश प्रमुख सचिव शिव रतन उपाध्याय, प्रदेश सचिव विपिन राघव, जिला सचिव निर्दोष तिवारी सहित सैकड़ो की संख्या में किसान एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे तहसील परिसर में उपस्थितरहे। रिपोर्ट - संजय सिंह 151110069

