मध्य प्रदेश ग्वालियर। मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार विशाल भंडारा अमरनाथ यात्रा सेवा समिति ग्वालियर द्वारा भंडारे का आयोजन बालटाल (ढोमेल) चेक पोस्ट के पास किया जा रहा है। अध्यक्ष गौतम सिंह गुर्जर एवं सचिव राजेश सिकरवार और प्रभारी बबलू शिवहरे की देखरेख में किया जा रहा है । पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अमरनाथ की गुफा ही वह स्थान है जहां भोलेनाथ ने पार्वती को अमर होने के गुप्त रहस्य बताए थे। अमरनाथ की खासियत पवित्र गुफा में बर्फ से शिवलिंग का बनना है, प्राकृतिक हिम से बनने के कारण ही इसे 'हिमानी शिवलिंग' या 'बर्फानी बाबा' भी कहा जाता है। इस पवित्र गुफा में भगवान शंकर ने भगवती पार्वती को मोक्ष का मार्ग दिखाया था। इस तत्वज्ञान को 'अमरकथा' के नाम से जाना जाता है इसीलिए इस स्थान का नाम 'अमरनाथ' पड़ा। यह कथा भगवती पार्वती तथा भगवान शंकर के बीच हुआ संवाद है। यह उसी तरह है जिस तरह कृष्ण और अर्जुन के बीच संवाद हुआ था। अमरनाथ को तीर्थों का तीर्थ कहा जाता है क्यों कि यहीं पर भगवान शिव ने माँ पार्वती को अमरत्व का रहस्य बताया था। यहाँ की प्रमुख विशेषता पवित्र गुफा में बर्फ से प्राकृतिक शिवलिंग का निर्मित होना है। देखे राजेश शिवहरे की रिपोट 151168597
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