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जलती हुई होली यज्ञ के समान
  • 151172499 - HARIOM UPADHYAY 0



होली के पावन पर्व पर आज बयाना शहर के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में होलिका दहन किया गया। इस अवसर पर गेहूं की बालियां जलती हुई होली में पकाई गईं। इसी तरह बयाना के भीतरवाड़ी स्थित डीएसपी कोठी तिराहे पर भी होलिका दहन किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कुलदीप जंगम ने कहा की बसंत ऋतु के आगमन पर वातावरण मनमोहक रहता है, क्योंकि इस समय न तो अधिक गर्मी रहती है और न ही सर्दी। भारतीय सनातन संस्कृति के अनुसार जो वस्तु हमें प्राप्त होती है,उसका कुछ भाग भगवान को अर्पित करते हैं, इसी कारण से नई फसल को जलती हुई होली में यज्ञ मानकर अर्पित किया जाता है। इस अवसर पर जंगम ने कहा कि हमें आपसी भेदभाव भूलकर फूलों से बने रंगों से ही होली खेलनी चाहिए क्योंकि फूलों से बने रंग त्वचा के लिए लाभदायक होते हैं

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