यूपी गोरखपुर प्रदूषण पर अंकुश की लाख कवायदों के बीच एक चिंता वाली खबर हैI दिवाली पर जिले भर में लगभग 750 क्विंटल बारूद से पटाखे तैयार हो चुके हैंI
जाहिर है पटाखे का शोर और धुआं गोरक्षनगरी में वायु प्रदूषण के हालात और बदतर करेगाI ऐसे में शहरवासियों को सजग रहने की जरूरत हैI कोशिश यही हो कि दु दिवाली और अन्य त्योहारों पर उन्हीं पटाखों का इस्तेमाल हो, जिससे प्रदूषण कम से कम होI
प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, जिले में पटाखों की 670 दुकानें लगनी हैंI हर दुकान पर करीब 50 किलो रु बारूद होने का अनुमान हैI कुल करीब 335 क्विंटल बारूद इन दुकानों पर मौजूद हैI जानकारों के अनुसार इससे भी ज्यादा बारूद शहर के कई इलाकों में मौजूद अवैध दुकानों में हैI
इसके अलावा गोदाम भी हैं, जहां से पटाखे बेचे जाते हैंI अब बारूद की कुल खरीद कीमत देखें तो सात से आठ करोड़ रुपये हैंI व्यापारी बताते हैं, तीन से चार गुना की बचत है, यानी पटाखों की कीमत 24 करोड़ रुपये पहुंच जाएगीI अगर सभी पटाखे बिके तो एक दिन में 24 करोड़ रुपये हवा में धुआं बनकर उड़ जाएंगे और शोर के साथ वायुमंडल में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ना तय हैI
पटाखों की दुकानों पर इन नियमों का रखना होगा ध्यान
- चिह्नत स्थलों पर लगने वाली दुकानों के बीच में नौ वर्गमीटर की दूरी होनी चाहिएI
- दुकानें टिनशेड की होंगी, किसी तरह का कोई कपड़ा या टेंट नहीं लगाना हैI
- दो दुकानों के बीच में 200 लीटर पानी, 100 फीट बालू और फायर सिस्टम रखना अनिवार्य हैI
- कोई भी दुकानदार पटाखे का टेस्ट नहीं करेगाI
- अग्निशमन विभाग की तरफ से दुकान लगने वाले स्थानों पर 18 छोटे-बड़े वाहनों के साथ दमकल कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगीI
- पांच फायर बुलेट पर कर्मचारी लगातार गश्त पर रहेंगे और कहीं भी आगलगी की घटना को काबू करने में मदद करेंगेI
- अग्निशमन विभाग की तरफ से लोगों को जागरूक करते हुए पंफलेट का वितरण किया जाएगाI एरिया इंचार्ज जसवीर मोदनवाल कुसमी बाजार
