यूपी मऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबंधन जांच समिति की बैठक माननीय सभापति उमेश द्विवेदी जी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार मऊ में संपन्न हुई। इस बैठक में जनपद में आपदा से संबंधित शासकीय योजनाओं के क्रियान्वन एवं लाभान्वित लोगों के संबंध में गहन समीक्षा की गई। बैठक के दौरान माननीय सभापति महोदय के अलावा माननीय सदस्य लाल बिहारी यादव, बाबूलाल तिवारी एवं सुरेन्द्र चौधरी जी ने जिले के सभी अधिकारियों से नदी में बाढ़ की स्थिति, नाव दुर्घटना, आकाशीय बिजली, आंधी तूफान सर्पदंश, आगजनी आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी लेते हुए गहन समीक्षा की।
बैठक के दौरान माननीय सभापति ने आपदा के दौरान घायलों हेतु राहत अनुदानों को प्रदान करने के निर्देश दिए, साथ ही नदी के डूब वाले क्षेत्रों में साइन बोर्ड/चेतावनी बोर्ड लगाने को कहा, जिससे डूब कर मरने वालों की संख्या में कमी लाई जा सके। उन्होंने आगजनी के दौरान बचाव हेतु फायर ब्रिगेड के दूरभाष नंबर को भी आम जनमानस में प्रचार प्रसार करने को कहा, जिससे आगजनी के दौरान धन-जन की हानि को न्यूनतम किया जा सके। इसके अलावा उन्होंने आकाशीय विद्युत से बचाव हेतु समस्त अधिकारियों को दामिनी ऐप डाउनलोड कराने के भी निर्देश दिए।
चिकित्सा विभाग की समीक्षा के दौरान समिति द्वारा जिला अस्पताल सहित अन्य समस्त सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केदो का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए गए। समिति ने सरकारी अस्पतालों में नियमित साफ सफाई, मरीजों को गुणवत्ता युक्त भोजन की उपलब्धता तथा उपलब्ध दवाओं की सूची अपडेट रखने के साथ ही अस्पतालों के बाहर सूची चस्पा करने के भी निर्देश दिए। माननीय सभापति महोदय ने समस्त सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केदो पर उपलब्ध सर्जनों एवं उपकरणों के बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जानकारी लेते हुए इस संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए। सर्पदंश के मामलों में पुलिस की मौजूदगी में ही पंचनामा करने के निर्देश समिति द्वारा दिए गए, जिससे सर्पदंश से प्रभावित लोगों को राहत अनुदान मिलने में किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। पीएम किसान सम्मान निधि में कुछ लोगों की ई केवाईसी लंबित होने पर उन्होंने जिला कृषि अधिकारी को इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करते हुए समस्त किसानों का सत्यापन करने के निर्देश दिए, जिससे समस्त पात्र किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल सके। समिति ने उपस्थित समस्त अधिकारियों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का पात्र लाभार्थियों को शत प्रतिशत लाभ दिलाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा।
बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान समिति द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों में बाउंड्री वॉल एवं स्वच्छ शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। समिति ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के तहत योग्य बच्चों का प्राइवेट स्कूलों में अधिक से अधिक दाखिला सुनिश्चित करने के भी निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए। इस संबंध में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने हेतु आवश्यक कार्रवाई करने हेतु समिति द्वारा बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया। इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों की समय सारणी के अनुकूल ही कोचिंग संचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश जिला जिला विद्यालय निरीक्षक को समिति द्वारा दिए गए। समिति ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं जिला विद्यालय निरीक्षक को आपदा से संबंधित जानकारियां विद्यालयों में अध्यनरत छात्रों से साझा करने के साथ ही आपदा के संबंध में जागरूकता फैलाने हेतु अतिरिक्त प्रयास करने के भी निर्देश दिए।
विद्युत विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान समिति द्वारा विजिलेंस एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीमों द्वारा चेकिंग के दौरान मनमानी ढंग से बिजली बिल का निर्धारण करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए इस पर प्रभावी नियंत्रण के निर्देश अधीक्षण अभियंता को दिए गए। नगर विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान समिति ने नगरीय क्षेत्रों में नियमित साफ सफाई करने, एंटी लार्वा का छिड़काव करने के साथ ही नियमित फॉगिंग के निर्देश दिए। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में साफ सफाई एवं छिड़काव कार्य हेतु जिला पंचायत राज अधिकारी को भी समिति द्वारा निर्देशित किया गया।बाढ़ के दौरान बार-बार क्षतिग्रस्त होने वाली सड़कों के स्थाई निदान के दृष्टिगत समिति ने अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग को बेहतर कार्य योजना तैयार कर इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा, जिससे हर साल सड़कों के पुनर्निर्माण पर होने वाली लागत को न्यूनतम किया जा सके। आपदा प्रबंधन से जुड़े समस्त विभागों द्वारा बेहतर कार्य योजना तैयार कर किए गए प्रयासों का समिति ने सराहना करते हुए और सुधार हेतु अतिरिक्त प्रयास करने के निर्देश दिए, जिससे आपदा के दौरान होने वाले धन-धन की हानि को न्यूनतम किया जा सके। बैठक के दौरान ही समिति द्वारा आयुष, आबकारी, सिंचाई, खाद्य एवं रसद विभाग आदि के कार्यों की भी समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए गए।
समीक्षा बैठक से पूर्व दैवीय आपदा प्रबंधन जांच समिति द्वारा जिला अस्पताल का भी स्थलीय निरीक्षण किया गया। इस दौरान समिति ने जिला अस्पताल में नियमित साफ-सफाई, ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों की उपस्थिति तथा बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक के दौरान जिला अधिकारी अरुण कुमार, पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडे, मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत नागर, अपर जिलाधिकारी भानु प्रताप सिंह, मुख्य राजस्व अधिकारी सुशील लाल श्रीवास्तव सहित आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
