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खेतों में लगा दिए उम्मीदों के पिलर, अब शारदा का इंतजार
  • 151171416 - AKANKSHA DUBEY 0 0
    09 Aug 2023 12:58 PM



शारदा यमुना राजस्थान साबरमती लिंक परियोजनापहले चरण के लिए ड्रोन सर्वे का कार्य हुआ पूरा, किसानों के बीच हलचल

- अतिरिक्त पानी को नहर में लाया जाएगा, बिजली परियोजना चलेगीमुजफ्फरनगर। बहुप्रतीक्षित शारदा यमुना राजस्थान साबरमती लिंक परियोजना के पहले चरण का ड्रोन सर्वे पूरा हो गया है। जिले के पुरकाजी, चरथावल और बघरा ब्लॉक के गांवों से होते हुए नहर वाया कैराना से होकर हरियाणा में प्रवेश करेगी। खेतों में पिलर लगा दिए गए हैं, जिससे किसान उत्साहित दिख रहे हैं। ग्रामीण कहते हैं कि क्षेत्र के विकास में परियोजना मील का पत्थर साबित हो सकती है।
1835 किमी लंबी परियोजना नेपाल की सीमा से गुजरात तक जाएगा। पानी को सिंचाई में प्रयोग करने के अलावा नहर पर जगह-जगह बिजली बनाने की योजना भी है। ड्रोन सर्वे के पिलर लगने का असर यह हुआ कि तीनों ब्लॉक में जमीन के दाम बढ़ने लगे हैं। हैबतपुर के प्रधान प्रिंस सिंघल कहते है कि गांव के बाहरी छोर पर जंगलों में ड्रोन सर्वे हुआ है। मगर, लोगों ने जमीन के भाव बढ़ाने शुरू कर दिए है। पूरे क्षेत्र में नहर की चर्चा है। यदि नहर इधर से गुजरी तो अच्छा मुआवजा मिलने की उम्मीद है। दूसरे चरण का ड्रोन सर्वे कैराना से गुजरात तक किया जाएगा।इन गांव में लगाए गए हैं पिलर

केंद्र सरकार की राष्ट्रीय जल अभिकरण जल शक्ति विभाग की ओर से देश की नदियों को जोड़ने की अहम योजना पर कार्य चल रहा है। जिले के पुरकाजी के तुगलपुर कम्हेड़ा, चरथावल के कछौली, सैदनंगला, सिंगलपुर और हैबतपुर, बघरा ब्लॉक के बुड़ीना खुर्द, अमीरनगर, नसीरपुर धनसैनी, धौलरी, बुड़ीना कलां में पत्थर के पिलर लगाकर लाल रंग से चिह्नित किए गए हैं।वरदान साबित होगी योजना

नसीरपुर गांव निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता ठाकुर कंवरपाल सिंह ने बताया उनके खेत में ड्रोन सर्वे के बाद पिलर लगाए है। योजना यदि धरातल पर उतरी तो आने वाली पीढ़ी के लिए वरदान साबित होगी।दधेडू कलां में लगाए पत्थर

दधेडू कलां के प्रधान शहजाद का कहना है कि सैद नंगला मार्ग पर उनका 30 बीघा का जंगल है। उनके खेत में पिलर लगाए गए है। अगर यहां से नहर निकाली गई तो क्षेत्र का विकास होगा।पानी का जल स्तर होगा ऊंचा

कछौली निवासी चरथावल ब्लॉक प्रमुख अक्षय पुंडीर बताते है कि उनके गांव की जमीन में ड्रोन सर्वे हो चुका है। कई किसानों ने उन्हें खेतों में पिलर लगने की बात बताई है। क्षेत्र का जलस्तर ऊंचा होगा।खेत में टीम लगा गई पिलर

तितावी क्षेत्र के बुड़ीना खुर्द के ग्राम प्रधान अब्दुल शमी ने बताया कि टीम ने उनके खेत में पिलर लगाए हैं। नहर निकाले जाने की सूचना मिली है। अगर ऐसा होता है तो इस पूरे क्षेत्र को लाभ मिलेगा।





नसीरपुर गांव पहुंची थी टीम

किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह ने बताया उनके पास सर्वे टीम आई थी। टीम का कहना था कि 600 मीटर चौड़ाई में जमीन अधिग्रहण होगा। इसके अलावा करीब 400 मीटर की चौड़ाई में पानी चलेगा। शेष जमीन में पक्की पटरी बनाई जाएगी। नहर भी पक्की रहेगी।



इन राज्यों से गुजरेगी शारदा नहर

नेपाल की सीमा से शारदा नहर उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात से होकर गुजरेगी।



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