यूपी प्रयागराज। देवी-देवताओं की प्राचीन मूर्तियों के अनादर से व्यथित महापौर गणेश केसरवानी ने गुरुवार को स्वयं सफाई की। मूर्तियों के पास लगी बालू की रेत को हटाया गया। इसके बाद महापौर ने एक-एक मूर्ति को अपनी रूमाल से साफ किया। स्वयं पानी से उनकी धुलाई की। महापौर ने कहा कि मूर्तियों के साथ उनके आस-पास रंगरोगन भी कराएंगे ताकि वह स्थान पूज्य हो सके। साथ ही जल्द इन्हें विशेष कक्ष में स्थापित किया जाएगा।
नगर निगम के मुख्य भवन की दीवारों से टिका कर कुछ प्राचीन मूर्तियां दशकों पहले से रखी हैं। यह देवी देवताओं की हैं जिन्हें शंकरगढ़ के पत्थरों से मूर्तिकारों ने बनाया था। ब्रिटिश शासनकाल में संग्रहालय नगर निगम परिसर में था। स्थान परिवर्तन के बाद अधिकांश धरोहरें तो संग्रहालय के मौजूदा भवन में ले जायी गई थीं लेकिन 12वीं और 13वीं सेंचुरी में निर्मित विष्णु, वैजयंतीमाला, त्रिभंग मुद्रा में एक स्त्री की मूर्ति समेत कई अन्य कलाकृतियों को वहीं छोड़ दिया गया था। इन्हीं मूर्तियों की नगर निगम में वर्षो से उपेक्षा हो रही थी। लाल रंग से रंगकर इनका तेज खत्म कर दिया गया था और आसपास रेत के ढेर लगा दिए थे। महापौर ने गुरुवार को दीवार से टिकी रखी मूर्तियों को साफ किया। साथ ही कर्मचारियों को उनकी नियमित सफाई करने का निर्देश दिया। मूर्तियों के पास गंदगी न होने पाए उसका सख्त निर्देश दिया है।रिपोटिंग इंचार्ज दीपक कुमार शर्मा!
