नई दिल्ली। ठंडे पानी से नहाना एक प्रकार की थेरेपी है, जिससे मांसपेशियों को आराम मिलता है, व्यायाम के बाद ताज़गी महसूस होती है, आपके इम्यून सिस्टम और मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है और मूड भी अच्छा रहता है। इसका मूल मंत्र बस यही है कि इसे मात्र कुछ ही देर के लिए करना चाहिए वरना यह नुकसानदायक भी हो सकता है। तो आइए जानते हैं कि आखिर कोल्ड वॉटर थेरेपी क्या होती है? साथ ही इससे किस तरह के फायदे होते हैं? स्वास्थ्य लाभ के लिए जब लगभग 15° या इससे कम तापमान के ठंडे पानी से 10 से 15 मिनट के लिए नहाते हैं तो इसे कोल्ड वॉटर थेरेपी या हाइड्रोथेरेपी कहते हैं। इसके फायदे इस प्रकार हैं कई शोध में यह पाया गया है कि ठंडे पानी में नहाने से दिमाग शांत होता है, जिससे घबराहट और डिप्रेशन जैसे लक्षणों से राहत मिलती है।
जरूरत से ज्यादा गर्मी होने पर अगर ठंडे पानी में शरीर को डुबाकर बैठते हैं, तो इससे ओवरहीटिंग से फौरन निजात मिलती है। आमतौर पर सेलिब्रिटी या खिलाड़ी ठंडे पानी से ही नहाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ठंडे पानी से ब्लड वेसल्स सिकुड़ती हैं, जिससे दर्द होने वाले हिस्से में खून का बहाव धीमा हो जाता है, जिससे सूजन या दर्द कम होता है। यही वजह है कि चोट या मांसपेशी खिंचने पर बर्फ से सिंकाई करने की सलाह दी जाती है। कई शोध में यह पाया गया है कि ठंडे पानी में नहाने से शरीर में संक्रमण से लड़ने वाले केमिकल्स निकलते हैं, जो शरीर के इम्यून को सपोर्ट करते हैं और मेटाबॉलिज्म भी बढ़ाते हैं। ठंडे पानी से नहाने से डोपामिन, जो कि एक ’फील गुड’ हार्मोन है, इसकी मात्रा में बढ़ोत्तरी होती है, जिससे मूड फौरन अच्छा हो जाता है।
