नई दिल्ली। एक रिश्ते में तकरार होना बेहद सामान्य और आम बात है। आम धारणा के विपरीत, तकरार हमें दूसरे व्यक्ति को अधिक स्पष्ट रूप से देखने, उनके नजरिए को समझने और उन्हें जानने में मदद करती है। इससे रिश्ते में अधिक स्पष्टता आती है और इसमें शामिल लोगों के लिए एक हेल्दी स्पेस बनाने में मदद मिलती है। हालांकि, अक्सर किसी कॉन्फ्लिक्ट से निपटने का हमारा तरीका नकारात्मक रूप ले लेता है, जिससे रिश्ते में दूरियां आने लगती हैं।
ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि किसी बहस या तकरार के दौरान हम कुछ बातों को ध्यान में रख, इसे लड़ाई में बदलने से रोकें। अगर आप भी किसी कॉन्फ्लिक्ट के दौरान सही तरीके से अपना पक्ष नहीं रख पाते हैं, तो हेल्दी आर्ग्युमेंट के लिए इन टिप्स को अपना सकते हैं।
समझने के लिए सुनें
अधिकांश झगड़े हमारे समझने के तरीके के कारण अनियंत्रित हो जाते हैं। हमें प्रतिक्रिया देने के बजाय समाने वाले को समझने के लिए सुनना चाहिए और दूसरा व्यक्ति क्या कहना चाह रहा है, उस बारे में अधिक स्पष्टता हासिल करना चाहिए।
पहले सहमत हों, फिर असहमत हों
आप जब भी किसी रिश्ते में अपनी बात रखना चाहते हैं, तो पहले उन सामान्य बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करें, जहां हम दूसरे व्यक्ति से सहमत हैं। फिर धीरे-धीरे दो लोगों के बीच मौजूद मतभेदों की ओर बढ़ना चाहिए और उनके बारे में बात करने का प्रयास करना चाहिए।
वास्तविकता के लिए जगह बनाएं
जब दो लोगों के लिए कॉन्फ्लिक्ट होने लगते हैं, तो सामने वाले की बात सुनने या मानने से बेहतर है कि उनके विचारों को चुनौती देते हुए अपनी बात रखें। इस दौरान आप दोनों को यह पता होना चाहिए कि आप रिश्ते को नुकसान पहुंचाए बिना एक-दूसरे विचारों से असहमत हो रहे हैं।
बड़ी समस्याओं पर ध्यान दें
अक्सर तकरार या बहस करते समय लोग छोटी-छोटी बातों को लेकर लड़ाई शुरू कर देतें हैं। इसलिए कोशिश करें कि छोटी समस्याओं को नजरअंदाज कर बड़ी और गंभीर समस्याओं पर ध्यान देते हुए, भविष्य की संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित करें।
सही समय पर खत्म करें बात
जब कोई बहस या तकरार बढ़ने लगे और यह लड़ाई का रूप लेने लगे, तो आपको यह पता होना चाहिए कि कब आपको बात खत्म कर बहस को रोकना और कब आपको अपनी ऊर्जा खर्च करना बंद करना है।
