11 जून को गांव में बरात आने में भीड़-भाड़ होने का फायदा उठाते हुए चारों ने मासूम सत्येंद्र को गांव के बाहर पीपल के पेड़ पर ले जाकर तंत्र-मंत्र व पूजा करने के बाद अगरबत्ती से दगा। इसके बाद गमछे से गला घोंट कर हत्या कर दी। घटनास्थल के पास से माचिस, चिलम,नीबू, जायफल व गमछा बरामद किया है। एचएसओ विवेक सिंह ने बताया कि सौतेली मां ने संतान की लालसा में माता-पिता व तांत्रिक के साथ मिलकर मासूम की बलि दी थी। आरोप स्वीकार करने के बाद वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। जल्द ही विवेचना पूरी कर आरोप पत्र कोर्ट में प्रेषित करते हुए पैरवी कर सजा दिलाई जाएगी।