उत्तर प्रदेश मैनपुरी। जवाहर नवोदय विद्यालय में छात्रा की मौत के मामले में 17 जून को स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट के न्यायालय में सुनवाई होगी। शनिवार को पीठासीन अधिकारी के नहीं होने से मुकदमे की सुनवाई टल गई है। अब अगली तारीख में छात्रा की सहपाठी की गवाही कराई जाएगी शहर निवासी एक बालिका जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा नौ की छात्रा थी। उसकी 16 सितंबर 2019 को विद्यालय के हॉस्टल में मौत हो गई गई थी। छात्रा के पिता ने दुष्कर्म करने के बाद छात्रा की हत्या करने की रिपोर्ट भोगांव थाने में लिखाई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद छात्रा के साथ दुष्कर्म किए जाने की पुष्टि हुई थी। छात्रा के गले तथा शरीर पर चोटों के निशान मिले थे। वर्तमान में रिपोर्ट की विवेचना एसआईटी द्वारा की जा रही है। मुकदमे की सुनवाई स्पेशल जज पॉक्सो एक्ट के न्यायालय में चल रही है। छात्रा के माता पिता के बयान कोर्ट में दर्ज हो चुके हैं। छात्रा की सहपाठी की गवाही कराने के लिए तीन जून की तारीख तय की गई थी। शनिवार को पीठासीन अधिकारी के अवकाश पर होने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। मृतका की सहपाठी की गवाही कराने के लिए अब 17 जून की तारीख तय की गई है।
सामाजिक कार्यकर्ता एमपी सिंह की याचिका पर उच्च न्यायालय में भी इस मामले की सुनवाई चल रही है। मामले की जांच कर रही एसआईटी से उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति ने प्रगति आख्या मांगी है। एसआईटी टीम अभी तक जांच पूरी नहीं कर सकी है। एसआईटी की द्वितीय टीम प्राचार्या सुषमा सागर के खिलाफ छात्रा को आत्म हत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में जेल भेज चुकी है। प्राचार्या उच्च न्यायालय प्रयागराज से जमानत पर चल रही हैं। एडीजीसी अनूप कुमार यादव ने कहा कि मुकदमे की सुनवाई के दौरान न्यायालय में मृतका के माता और पिता के बयान दर्ज हो चुके हैं। अब छात्रा की सहपाठी की गवाही होनी है। तय तारीख पर गवाह की गवाही कराने का अभियोजन पक्ष का हमेशा प्रयास रहता है।