उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में 18 फरवरी को शिवरात्रि महापर्व मनाया जाएगा। व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारी जुटे हुए है। बुधवार को निरीक्षण करते हुए कलेक्टर मंदिर परिसर में पहुंचे तो उस दौरान सामान्य श्रद्धालुओं का गर्भगृह में प्रवेश चल रहा था। सभामंडप में कलेक्टर ने पूछा मंदिर में गर्भगृह में प्रवेश के लिए ड्रेस कोड और कपड़ों के साथ गर्भगृह में प्रवेश का क्या नियम है।
कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने यह सवाल मंदिर के सभामंडप में आम दर्शनार्थियों के गर्भगृह में कपड़ों में जाने को लेकर पूछा था। सवाल सुनते ही मंदिर प्रशासक संदीप सोनी भी मंदिर की व्यवस्था में नए होने से जवाब नही दे सकेंं। हालांकि उस दौरान मौजूद एक मंदिर कर्मचारी ने बताया कि वर्ष 2013 में तत्कालीन कलेक्टर बीएम शर्मा ने 1500 सौ रूपए शुल्क का निर्धारण कर ड्रेस कोड (पुरूषों के लिए सोला और महिलाओं के लिए साड़ी, ब्लाऊज,पेटीकोट) के साथ प्रवेश दिया जाने लगा। वहीं भीड़ कम होने पर सामान्य श्रद्धालुओं को कपड़ों के साथ प्रवेश निर्धारित किया था। हालांकि इस जवाब से कलेक्टर सहित अन्य अधिकारी भी संतुष्ठ तो नही हुए वे निरीक्षण के लिए आगे बढ़ गए।
पार्किंग स्थल से मंदिर तक देखा मार्ग
महाशिवरात्रि पर्व के लिए संभागायुक्त संदीप यादव, आईजी संतोष कुमार सिंह, कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम, एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने सामान्य श्रद्धालुओं के लिए बनाई गई कर्कराज पार्किंग से लेकर चारधाम मंदिर, महाकाल लोक, फैसेलिटी-2 से महाकाल मंदिर तक की प्रवेश व्यवस्था देखी। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए लगने वाले बेरिकेट्स की अच्छी व्यवस्था के साथ ही पेयजल व श्रद्धालुओं के आवागमन की सुविधा के लिए निर्देश दिए है।

महाशिवरात्रि पर सुबह 4 बजे से दर्शन शुरू होंगे
महाशिवरात्रि पर 18 फरवरी को मंदिर के पट खुलते ही सुबह 4 बजे से ही दर्शन शुरू हो जायेंगे, कलेक्टर ने दर्शनार्थियों के लिये हरसंभव सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारी-कर्मचारी अच्छा व्यवहार रखें, दर्शनार्थी जब वापस जाएं तो सुखद एहसास लेकर जाएं। कलेक्टर ने पार्किंग, मेटिंग बिछाने, पेयजल के निर्देश दिये हैं। पार्किंग व्यवस्था मन्नत गार्डन, कर्कराज, भील समाज धर्मशाला, पर रहेगी।
