बस्ती। बस्ती जिले के मुंडेरवा थाना क्षेत्र के बेहिल गांव के रहने वाले गंगाराम यादव ने कलेक्ट्रेट गेट पर आत्मदाह करने का प्रयास किया। वह अपने कपड़ों पर मिट्टी का तेल डालकर माचिस जलाने ही जा रहा था कि पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस उसे गिरफ्तार कर कोतवाली ले गई और बाद में उसका शांतिभंग की आशंका में चालान कर दिया। इस दौरान कलेक्ट्रेट या अन्य कोई उच्चाधिकारी मौजूद नहीं था। गंगाराम ने अपने गांव में कराए गए विकास कार्यो में अनियमितता की शिकायत जिलाधिकारी और अन्य उच्चाधिकारियों से की थी। 15 दिन पूर्व उनके द्वारा आत्मदाह की चेतावनी भी दी गई। इसके बाद मामलों की जांच करने के लिए मनरेगा के लोकपाल के अलावा डीपीआरओ भी मौके पर पहुंचे, लेकिन जांच बेनतीजा रही। डीपीआरओ ने हैंड पंप रिबोर और मरम्मत के नाम पर रकम निकालने की शिकायत के बारे में जांच किया। कुल आठ इंडिया मार्क टू हैंडपंपों की जांच की, तीन में छोटे हैंडपंप के नल का ऊपरी हिस्सा लगा था। गंगाराम के अनुसार, ग्रामीणों ने बताया कि हैंडपंपो की न तो मरम्मत हुई है और न ही रिबोरिंग। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। मनरेगा एवं हैंडपंप मामले में जांच के लिए सीडीओ ने जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी को निर्देशित किया था। उनसे 30 नवंबर तक जांच रिपोर्ट मांगी थी। समय सीमा बीत जाने के बाद भी जांच रिपोर्ट सीडीओ को नहीं मिली।
गंगाराम का कहना है कि जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी को दो साल पहले भी खड़ंजा निर्माण में किए गये भ्रष्टाचार की जांच मिली थी, आज तक उनकी जांच पूरी नहीं हुई। आरोप लगाया कि इसी प्रकार अन्य अधिकारियों ने भी जांच में लीपापोती कर आरोपितों को बचाया है। कोतवाल शशांक शेखर राय ने बताया कि आत्मदाह की कोशिश में गंगाराम यादव को गिरफ्तार कर उसका शांतिभंग की आशंका में चालान कर दिया गया है। कौसल कुमार डिस्ट्रिक इंचार्ज बस्ती फ़ास्ट न्यूज़ इंडिया 151150832