कोलकाता। बंगाल में दुर्गा पूजा से पहले डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। राज्य में डेंगू के 840 नए मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि ज्यादातर मामले उत्तर 24 परगना, हावड़ा, कोलकाता, हुगली, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना, जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग जिलों से सामने आए हैं। जानकारी हो कि रिपोर्ट को देखकर कोलकाता नगर निगम की चिंता बढ़ गई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर विशेष दिशा- निर्देश जारी किया है और लोगों को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। पश्चिम बंगाल में डेंगू लगातार अपने पैर पसार रहा है। बंगाल में धीरे-धीरे मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार डेंगू के 840 नए मामले सामने आए हैं। मालूम हो कि राज्य में इससे पहले शनिवार को 635 नए मामले दर्ज किए थे। फिलहाल 541 मरीजों का सरकारी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों और डाक्टरों ने लोगों से सतर्क रहने और मच्छरदानी का उपयोग करने और घरों में और आसपास पानी जमा नहीं होने देने जैसे अन्य कदम उठाने का आग्रह किया। स्वास्थ्य विभाग के एक बुलेटिन में कहा गया है कि इस बीच, बंगाल में कोरोना के 141 नए मामले दर्ज किए गए। पश्चिम बंगाल में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले उत्तर 24 परगना, हावड़ा, कोलकाता, हुगली, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना, जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग जिलों से सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अचानक सोमवार को डेंगू के 840 नए मामले सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार पिछले दिनों बंगाल में डेंगू का स्वरूप बदलने की आ रही थी जानकारी इससे राज्य सरकार व कोलकाता निगम निगम के साथ डाक्टरों की चिंता भी बढ़ गई है। डेंगू से पीड़ित कुछ मरीजों में देखा जा रहा है कि प्लेटलेट्स ठीक है, लेकिन कोरोना की तरह ही आक्सीजन का लेवल घट रहा है कुछ लोगों में खतरनाक डेन-थ्री के वैरिएंट्स भी पाए गए है। मालूम हो कि कोविड की तरह इसमें भी आक्सीजन का लेवल गिर रहा जबकि डेंगू में प्लेटलेट्स कम होते हैं और प्लेटलेट्स देने से यह फिर से बढ़ जाता है, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि आक्सीजन का स्तर भी कम हो रहा है। फिरहाद हकीम ने कहा था कि सबसे पहले सिंगापुर में डेन-थ्री प्रजातियां पाई गई। भारत में पहली बार इसका मामला आया है। उन्होंने इस दौरान डेन-थ्री संक्रमण में किस प्रोटोकाल का पालन किया जाना चाहिए, इस पर केंद्र से दिशा-निर्देश जारी करने की भी मांग की।