नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने खादर में रहने वाले लोगों को चेतावनी जारी की है। प्रशासन की ओर से लोगों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की गई है। राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शाहदरा जिला प्रशासन शाम तक पुराना लोहा का पुल बंद कर सकता है। पुल बंद होने से रेल व अन्य वाहनों का आवागमन बंद हो जाएगा। प्रशासन के अधिकारी रेलवे व दिल्ली यातायात पुलिस से बात कर रहे हैं। गौरतलब है कि हथनी कुंड बैराज से यमुना में तीन लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। यह पानी जल्द ही यमुना नदी में पहुंचेगा। तीन दिन बाद फरीदाबाद की सीमा में पहुंचेगा। बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने संबंधित अधिकारियों को स्थिति पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही स्थानीय लोगों से पशुओं और बच्चों को नदी की तरफ न जाने देने के लिए कहा गया है।हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़ने की सूचना के बाद उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने ओखला बैराज से यमुना में पानी में छोड़ दिया है। ओखला से पानी को छोड़ने का उद्देश्य आने वाले पानी के बैराज को खाली करना है। सोमवार को दिल्ली से सटे फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर बढ़ गया।हालांकि अभी तक किसी भी गांव में फसलों व आबादी में पानी नहीं भरा है। यमुना में नाव और स्टीमर भी न चलाने के लिए कहा गया है।ग्रामीणों से कहा गया है कि यमुना नदी के पुल से ही आवागमन करें और किसी रास्ते का प्रयोग बिल्कुल भी न करें। जिला प्रशासन का कंट्रोल रूम लगातार बाढ़ की रिपोर्ट ले रहा है। रिपोर्ट उपायुक्त व चंडीगढ़ अधिकारियों को भेजी जा रही हैं।इस संबंध में फरीदाबाद सिंचाई विभाग के उपमंडल अधिकारी अरविंद शर्मा ने कहा कि पानी फरीदाबाद आते-आते काफी घट जाएगा। इससे किसी तरह के नुकसान होने की आशंका नहीं है। अभी तक यमुना घेरे के अंदर बह रही है। फिर भी प्रशासन ने ग्रामीणों को सतर्क कर दिया है। हमने भूमि कटाव को ध्यान में रखते हुए कट्टों में मिट्टी भरवा कर रखी हुई है। यदि कहीं पर कटाव होता है, तो उसे तुरंत रोका जाएगा।