गर्भवतियों को भटकने के लिए बाहर भेज दिया जाता है
जांच बाहर से कराने के लिए महिलाओं को लगाना पड़ता है चक्कर
रास्ते में हो सकती है बड़ी घटना, कौन होगा जिम्मेदार
प्रतापगढ़। सुरक्षित प्रसव के लिए मेडिकल कालेज में आने वाली गर्भवतियों की महिला अस्पताल दुर्गति कर रहा है। उन्हें अल्ट्रासाउंड की जांच कराने के लिए प्राइवेट में भेजा जा रहा है। जांच सेंटर की तलाश में भटकती महिलाओं के साथ शहर की भीड़ में कुछ भी अनहोनी हो सकती है। जिससे मां और उसके बच्चे दोनो की जान खतरे में पड़ सकती है। अस्पताल से जांच सेंटर के बीच की डगर आसान नहीं हैं।गर्भवतियों की इस जलालत की वजह यहां पर अल्ट्रासाउंड जांच की मुक्कमल व्यवस्था का न होना बताया जा रहा है। जिसका खामियाजा बेचारी गर्भवती महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है।जिले को मेडिकल कालेज मिला जरूर लेकिन एक साल से अधिक का समय बीत चुका है। ऐसा कुछ नयापन नहीं दिखाई दिया। जिसे मेडिकल कालेज की सौगात समझी जाय। जांच और इलाज अभी भी पुराने ढर्रे पर ही है। यहां तक कि गर्भवती महिलाओं को लेकर भी मेडिकल कॉलेज प्रशासन या यूं कहे कि राजा प्रताप बहादुर महिला अस्पताल अभी भी संजीदा नहीं हो सका है। जानकर हैरानी होगी कि अभी भी पीएचसी और सीएचसी की तर्ज पर गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड जैसी जांच के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। यह जिले के लिए बड़े शर्म की बात हैं। प्रसव नजदीक होने पर तीमारदार महिला को लेकर महिला अस्पताल यह सोचकर आते है कि उन्हें अब कहीं भी भटकना नहीं है। सुरक्षित प्रसव के लिए इससे बेहतर जगह दूसरी नहीं हैं। लेकिन यहां आने के बाद अल्ट्रासाउंड जांच के नाम पर जो कसरत कराई जाती है उससे मेडिकल कॉलेज का भूत उतर जाता है। अस्पताल की सीढ़ियों पर बार बार चढ़ना उतरना पड़ता है। जांच सेंटर की तलाश में उस बेचारी को सड़क के भारी ट्रैफिक, लोगों की भीड़ और जाम के बीच जूझने के लिए भेज दिया जाता है। ऐसे में गर्भवती महिला और उसका बच्चा भला कैसे सुरक्षित रहेगा। डाक्टर जिस मां और बच्चे की बेहतरी के लिए बेड रेस्ट की सलाह देती हैं। अल्ट्रासाउंड जांच के लिए उस बेचारी को भीड़ में भटकने के भेज देना कहां तक न्याय संगत होगा।
मशीन खराब है:सीएमएस
महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ रीना प्रसाद का कहना है कि अल्टरसाउंड मशीन खराब है।मरीजों को मजबूरी में जांच के लिए बाहर भेजना पड़ता है। मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल को इस बारे में कई बार अवगत कराया जा चुका है। उन्हें पत्र भी दिया गया है।
शासन से पत्राचार हुआ है: प्रिंसिपल
इस बारे में जब मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आर्य देश दीपक से बात हुई तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में हैं। शासन से पत्राचार हुआ है। शीघ्र की जांच की सुविधा होगी। फास्ट न्यूज इंडिया प्रतापगढ़ डिस्ट्रिक्ट ब्यूरो चीफ विशाल रावत की रिपोर्ट 151019049