वाराणसी, प्रदेश भर में सार्वजनिक स्थलों और मार्गों पर दुर्गा पूजा के पंडाल नहीं बनाने का आदेश आने के बाद अब समितियों से प्रशासन का विवाद भी सामने आने लगा है। प्रशासन का आदेश है कि इस बार दुर्गा प्रतिमा परंपरागत स्थलों पर ही स्थापित की जाए। सार्वजनिक स्थलों व मार्गों पर भंडारा का आयोजन व प्रतिमा न स्थापित करें। प्रतिमा स्थापित करने से पहले अनुमति अवश्य प्राप्त कर लें। दुर्गा पूजा के मद्देनजर गुरुवार को दशाश्वमेध थाने में धर्म गुरुओं, संभ्रांत लोगों व संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक में डीसीपी काशी आरएस गौतम ने आवश्यक निर्देश दिए हैं जिस पर समिति की ओर से आपत्ति जताई गई है।
डीसीपी काशी ने कहा कि पंडाल के आसपास अग्निशमन यंत्रों, बालू व पानी तथा सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था करें। पंडालों में कूपन व लाटरी से संबंधित किसी भी प्रकार को आयोजन न करें। लाउडस्पीकर का प्रयोग तेज ध्वनि में नहीं होगा। मूर्ति विसर्जन के दौरान कोई लाठी-डंडा नहीं लेकर जाएगा। विसर्जन निर्धारित मार्ग व स्थान पर ही होगा। लोगों से अफवाहों से बचने की अपील की गई। इंटरनेट मीडिया व अन्य माध्यमों से नफरत व द्वेष फैलाने वाले अफवाहों से बचें।
पांडेयपुर चौराहे के पास पंडाल हटवाया : दुर्गापूजा के लिए पांडेयपुर चौराहे के पास सड़क पर बनाए जा रहे पंडाल पर पुलिस ने रोक लगा दी है। उसका कहना है कि बिना अनुमति गाटर लगाकर पंडाल बनाया जा रहा था। जबकि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि चौराहे पर किसी भी हालत में पंडाल नहीं लगाया जाएगा। इससे नाराज पूजा समिति का कहना है कि पुलिस ने पंडाल नहीं बनाने दिया तो मां दुर्गा की मूर्ति स्थापना नहीं करके मात्र फोटो की पूजा करेगे। समिति ने इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट किया है।
समिति ने जताया रोश : लायन सोसाइटी दुर्गा पूजा समिति की ओर से शारदीय नवरात्र में पांडेयपुर चौराहे के पास 1982 से पूजा पंडाल बनाकर मां दुर्गा की मूर्ति की स्थापना की जा रही है। यहां पर शहर से ज्यादा ग्रामीण के भक्त दर्शन करने आते हैं। समिति के अध्यक्ष लल्लू यादव का कहना है कि लोहे का पंडाल बन रहा था। पुलिस ने इसे हटवा दिया।
प्रशासन भेजेगा जेल : प्रशासन ने आदेश का हवाला देकर चेतावनी दी कि यहां पंडाल लगाने पर मुकदमा लिख कर जेल भेज दिया जाएगा। समिति के सभी पदाधिकारी चाहते हैं कि पंडाल हर बार की तरह इस बार भी पांडेयपुर चौराहे के पास ही लगे। प्रशासन ट्रैफिक जाम या कम रास्ते की बात अगर कहेगा तो पंडाल छोटा बना लिया जाएगा। उनका कहना है कि हम लोगों को 31 सितंबर को ही दुर्गा प्रतिमा स्थापित करनी है।
बोले अधिकारी : इस बारे में एडीसीपी वरुणा प्रबल प्रताप सिंह का कहना है कि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि सड़क पर पूजा पंडाल न बनाया जाए। इससे जाम की समस्या होती है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए पंडाल बनाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। समिति किसी और जगह पंडाल बनाने चाहे तो पूरा सहयोग किया जाएगा।