बुंदेलखंड यूपी ललितपुर। ललितपुर थाना गिरार क्षेत्र में कजलियां या भुजरिया बुंदेलखंड में जीवंतता का त्यौहार है।जो जीवन को उत्सव मनाने का संदेश देता है।कजलियां का त्यौहार उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के उन क्षेत्रों में अधिक मनाया जाता है।जहां चंदेलों का शासन रहा है वैदिक काल में भी इससे मिलते-जुलते उत्सव मनाने की परंपराएं मिलती हैं।बीसवीं सदी की शुरुआत में भी लिखी गई संस्कृत महाग्रंथों में इससे मिलते-जुलते उत्सवों की चर्चाएं मिली है और वीरगाथा काल में भी इन त्योहारों का जिक्र कजारिया या भुजरियों के नाम से आता है।बहुत से विद्वान मानते हैं कि ऐसे त्यौहार आर्य संस्कृति दोनों में मान्य है बुंदेलखंड में सावन शुक्ल नवमी के दिन नव धान्य की परिकल्पना करके लोग पलाश के पत्ते के 9 दोनों में इन्हें बोते हैं।लेकिन मिट्टी और गोबर से खाद बनाने की तैयारी नाग पंचमी से शुरू हो जाती है।लगातार बोए जाने वाले स्थान पर 9 दिनों तक ही उनकी पूजा-अर्चना होती रहती है।घरों में धूप,दीप,लोहान इत्यादि की सुगंध भक्तिमय वातावरण तैयार करती हैं।घरों की महिलाएं गाती हैं।जिनमें भाई क्या धन-धान्य निवेदन है साईं काल में किसी तालाब पर इसे गाजे बाजे जुलूस के रूप में गायन वादन के साथ बहाने सिराने जाती हैं।हल्की बौछार के बीच सिर पर कजलियां के मटकी रखें और पिंगी मंगल गान हमें वास्तविक सावन का एहसास दिलाते हैं।पांच तत्व की शरीर को नष्ट करने या नष्ट होने की तरह अलग अगले साल की तरह आने का एहसास करते हुए शायद यही कारण है। कि हम उनका जिलों में से कुछ उखाड़ लेते हैं।फिर हम उन कजलियां को लेकर उन परिवारों में मिलने जाते हैं।जिनकी यहां इस वर्ष मौत हुई हो और कजलियां देते हुए हम उसे मृत्यु चक्र का सच बता कर पुनः जिंदगी को उल्लास में बनाने का आग्रह करते हैं।कजलियां जुलूस के दौरान गाए गए गीत जिंदगी जीत में अलगोजे और बांसुरी के स्वर जिंदगी को संगीतमय बनाने का और बड़ा का झूला जिंदगी में संघर्ष करें आगे बढ़ने का संदेश देता है।
ललितपुर जिले की दूधई,मदनपुर,देवगढ़ इत्यादि चंदेल साम्राज्य के नगर और अंग रहे हैं।मुझे लगता है कि चंदेलों के इसी प्रभाव के कारण ललितपुर में आज भी हजारों सालों से भुजरिया कजलिया की परंपरा धूमधाम से मनाई जाने परंपरा रही है।ललितपुर में आज भी आज से 25 साल पहले कजलियों का मेला लगता था।जिसमें चाट पकोड़े की दुकान के साथ ककड़ी काटकर मसालों के साथ बिकती थी।
रिपोर्टिंग इंचार्ज गिरार राजपालसिंह की रिपोर्ट 151165292